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Tuesday, May 5, 2020

शासन के जारी सोशल डिस्टेंन्सिंग के निर्देश शराब के आगे न काफी


उन्नाव।। उत्तर प्रदेश के अनेकों जिलों के विभिन्न अस्पतालों में मरीज़ों के साथ एक भी तिमारदार का प्रवेश नही वही शराब की दुकानों पर इस तरह की भीड़ एकत्र करवाना एक चिंता का विषय है जहां संपूर्ण भारतवर्ष समेत उत्तर प्रदेश भी इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है जहाँ एक तरफ देश की जनता और शाशन प्रसासन बीमारी से बचने के लिए लॉक डाउन जैसे नियमो का पालन कर रही है वहीँ तीसरा लॉक डाउन सुरु होते ही जहाँ शासन के आदेश के अनुरूप  शराब की दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया है और यह भी कहा गया कि शोशल डिस्टेंन्सिंग का पालन करते हुए 5 से अधिक व्यक्ति दुकान के बाहर न रहे और सेनेटाइज़री और मुह पँर मास्क लगा कर सोसल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए शराब की दुकानों पर जाये वही उत्तर प्रदेश के उन्नाव, लखनऊ, कानपुर,प्रयाग राज, बहराइच, बाराबंकी सहित अन्य जिले के अलग स्थानों पर शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेंन्सिंग और सरकार द्वारा दिए गए आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है यह गौरतलब है कि जहाँ एक तरफ शहरों के विभन्न अस्पतालों में मरीजो को दिखाने के लिए अस्पतलो के अंदर एक व्यक्ति से ज्यादा प्रवेश पर रोक लगा दिया जा रहा है और धर्म स्थलों को भी बंद कर दिया गया है वही शराब की दुकानों को चालू कर के  इस तरह से भीड़ का इकठ्ठा होना समाज के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है जबकि मरीज की स्थिति चाहे कितनी भी नाज़ुक हो परन्तु अस्पताल के अंदर मरीज के अलावा कोई भी तीमारदार प्रवेश नही कर सकता वही शराब की दुकानों पर इस तरह भीड़ लगा कर और बिना मास्क लगाए हुए सोशल डिस्टेंस का पालन ना करके और शाशन प्रशासन के आदेश को अनदेखा करना कहि ना कहीँ चिंता का विषय है शाशन प्रसासन को इस तरह के कार्य करने वालो पर कठोर कार्यवाई करते हुए नियम और कानून का पालन करवाना चाहिए देखना अब यह है उत्तर प्रदेश का शासन प्रशासन ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए क्या उचित कार्यवाही और क्या उचित फैसला करता है।

कुन्दन कुमार ब्यूरो चीफ उन्नाव
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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