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Saturday, May 16, 2020

जीवन भर की पूंजी है एक सुखी संयुक्त परिवार - विजय राघव

बिलारी,मुरादाबाद।।  नगर के प्रेम शांति सदन में अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा बिलारी के वरिष्ठ कार्यकर्ता आचार्य विजयपाल सिंह राघव ने विश्व परिवार दिवस के विषय में  कहा कि लॉक डाउन ने प्रदेशों और देशों में बिखरे परिवार को इकट्ठा करने का काम किया है। शादी विवाह जैसे बड़े-बड़े आयोजनों में भी पूरा परिवार एकत्र नहीं हो पाता था। जिसे लॉक डाउन ने कर दिखाया है। जिससे विश्व परिवार दिवस को बल मिला है।शुक्रवार को विश्व परिवार दिवस के विषय में बताते हुए गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता आचार्य विजयपाल सिंह राघव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1993 में इस दिवस की घोषणा की गई थी ।तब से हर वर्ष 15 मई को यह दिवस मनाया जाता है। 15 मई 1994 के दिन पहली बार मनाया गया। यह दिन लोगों के बीच एक संयुक्त परिवार की उपयोगिता को दर्शाता है ।परिवार के महत्व को बताते हुए श्री आचार्य ने कहा कि विश्व परिवार दिवस न केवल एक स्वस्थ और अच्छी तरह से संतुलित परिवार के महत्व को बढ़ावा देता है बल्कि आर्थिक जनसांख्यिकीय और सामाजिक प्रक्रियाओं के ज्ञान को भी बढ़ाता है ।परिवार मनुष्य की प्रथम पाठशाला है और माता को उस परिवार का प्रथम गुरु माना गया है। इसलिए परिवार में सुबह शाम संयुक्त रूप से गायत्री महामंत्र का जाप भोजन मंत्र का सामूहिक उच्चारण करना चाहिए ।हम कह सकते हैं कि सच्चे प्यार और सच्चे रिश्तो में ही जीवन का सार छिपा है और जीवन भर की पूंजी सिर्फ एक सुखी संयुक्त परिवार में है।

राघवेंद्र सक्सेना बीनू ब्यूरो चीफ मुरादाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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