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Sunday, May 3, 2020

मजदूरों के खाने की व्यवस्था जिलाधिकारी ने कराई


एटा। कलक्ट्रेट में शनिवार को पहुंचे कुछ मजदूरों ने डीएम से शिकायत की है। उनका कहना था कि वे लोग सतना (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हैं। ठेकेदार उन्हें यहां काम करने के लिए लाया था। लॉकडाउन के चलते वह उन्हें छोड़कर भाग गया है। अब वो खाने के लिए मोहताज हैं। इस पर डीएम सुखलाल भारती ने अधीक्षण अभियंता सिंचाई को बुलाकर इनके खाने का इंतजाम व उन्हें घर भेजवाने के निर्देश दिए हैं। निशा, रामकली, कविता, रेशमा ब्रजेश सहित आदि ने डीएम को बताया कि वे जिरसमी गांव से आए हैं। गांव में पक्की नहर के निर्माण के लिए चार माह पूर्व मध्यप्रदेश के सतना से आलमपुर निवासी एक ठेकेदार लेकर आया था।लॉकडाउन में ठेकेदार तो चला गया, लेकिन सतना से आए 110 लोगों को छोड़ गया। उन्होंने डीएम से कहा सभी के पास खाने को कुछ नहीं है। वह पैदल चलकर यहां आए है। डीएम ने अधीक्षण अभियंता सिंचाई को मामले की जानकारी दी। वहीं मजदूरों को घर भेजवाने के निर्देश दिए। साथ ही खाने का इंतजाम करने को भी कहा है। अधीक्षण अभियंता धर्मवीर भारती ने बताया सभी मजूदरों को सतना भेजा जाएगा। वहीं खाने का इतंजाम किया जा रहा है। उधर, कलक्ट्रेट पर आए मजदूर मास्क नहीं लगाए थे। इस पर डीएम ने सभी को मास्क वितरण कराए। साथ ही उन्हें मास्क लगाने के प्रति जागरूक किया।

बी एस बघेल ब्यूरो चीफ एटा 
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र

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