डीह रायबरेली।। एक तरफ योगी सरकार अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही पाये जाने व भ्रष्टाचार पर पर कार्यवाही करने का सपना देख एहि है वही ।डीह विकास खण्ड के अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही ।डीह विकास खंड क्षेत्र में कार्यरत कई ग्राम पंचायत अधिकारी ऐसे भी हैं। जो सुधरने का नाम ना लेकर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन पर ग्रहण लगाने से बाज नही आ रहें है। तो वहीं इन लापरवाह सचिवों की आये दिन छपी खबर पर भी उच्चाधिकारी संज्ञान नही ले रहें हैं।जिससे सचिवों के हौंसले बुलंद होते जा रहें है। डीह ब्लाक के अंतर्गत तैनात सचिवों में दीपचंद्र ,सुशील कुमार ,मेंजल मयंक ,के ऊपर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि परिवार रजिस्टर की नकल लेने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है वहीं ग्रामीणों ने यह भी बताया है कि ग्रामपंचायत अधिकारी उक्त ग्राम पंचायत अधिकारी (सचिव) किसी का फोन भी नहीं उठाते है। लाख कोशिशों के बावजूद भी सचिवों का वही पुराना रवैया अपना कर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पलीता लगाने से बाज नही आ रहें हैं। परिवार रजिस्टर की नकल बनवाने के लिए ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन ब्लॉक का चक्कर काटना पड़ता है और ना ही परिवार रजिस्टर की नकल मिलती है और ना ही ग्राम पंचायत अधिकारी से मुलाकात होती है और तो और फ़ोन भी स्विचऑफ रहता है इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा कई बार खंड विकास अधिकारी से भी शिकायत की गयी।लेकिन नतीजा सिफर रहा। ग्रामीणों ने शिकायत भी की लेकिन तानाशाह सचिव पर आज तक कोई कार्यवाही नही हो सकी।तो वहीं सचिव सुशील कुमार भी कम नहीं है। पहली बात तो साहब ड्यूटी क्षेत्र में कभी आते नही।और कभी भूले बिसरे आ भी गये तो फार्मेल्टी पूरी कर चलते बने।अगर किसी ग्रामीण को किसी प्रकार की जानकारी या अन्य कार्यों के लिये ब्लाक जाना पड़े तो साहब वहां से भी नदारत रहतें है।वहीं फोन करने पर फोन रिसीव नही होता।जिससे ग्रामीणों में सचिवों के प्रति गहरा रोष है।अब सवाल उठता है कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर उच्चाधिकारियों द्वारा ड्यूटी क्षेत्र में लापरवाही उजागर होने पर भी आखिर कार्यवाही क्यों नही होती?
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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