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Thursday, October 31, 2019

शाहाबाद पुलिस दे रही दबंग हमलावरों को संरक्षण


शाहाबाद। देश का चौथा स्तंभ कह जाने वाले पत्रकारों को पुलिस कर प्रताड़ित गुण्डो को दे रही संरक्षण एक तरफ देश की सर्वोच्च न्यायालय का कहना है कि पत्रकार भीड़ का हिस्सा नहीं है। उसकी सुरक्षा करना सरकार का दायित्व है। वही दूसरी तरफ प्रदेश पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक ने भी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर समय-समय पर अपने अधीनस्थों को पत्रकारों की सुरक्षा संरक्षा को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए। इसके बावजूद शाहाबाद के कोतवाल प्रभारी संतप्रसाद उपाध्याय ने  पत्रकार पर हमला करने वालों को खुला संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। जिसके चलते हमलावरों के हौसले बुलंद हैं वहीं दूसरी और घटना को लेकर स्थानीय मीडिया में रोष व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि पत्रकार दिनेश कुमार मिश्रा की रिश्तेदार रामरानी पत्नी हरिओम तिवारी निवासी ग्राम शिरोमण नगर थाना बेहटा गोकुल ने कुछ समय पूर्व अपना जेवर आभूषण शुभम रस्तोगी पुत्र घनश्याम रस्तोगी निवासी मोहल्ला बाजार शंभा थाना व कस्बा शाहाबाद के यहां गिरवी रखा था। गत 30 अक्टूबर को जब राम रानी अपनी गिरवी छुड़ाने गई तो दुकानदार शुभम ने यह कहकर आभूषण वापस करने से मना कर दिया कि उसकी दुकान पर चोरी हो गई है।परेशान राम रानी ने जब अपने रिश्तेदार पत्रकार दिनेश कुमार मिश्रा मोहल्ला बाजार शंभा को आपबीती बताई तो पत्रकार ने कहा कि हमारे ही पड़ोस का मामला है। रिश्तेदार की परेशानी देखकर पत्रकार दिनेश मिश्रा जब शुभम रस्तोगी की नगर के चौक स्थित दुकान पर गए गिरवी वापस करने को कहा जिस पर शुभम रस्तोगी उग्र हो गया तथा अपने घर से पिता घनश्याम संजीव, राजीव तथा नवीन पुत्रगण नवल किशोर रस्तोगी को बुला लाया सभी ने एक राय होकर पत्रकार पर बीच बाजार हमला कर दिया तथा धमकी दी कि वह उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा देंगा साथ ही कहा पैसे में बहुत दम होती है। बताया जाता है कि उक्त सर्राफा व्यवसाई बिना लाइसेंस के ही गिरवी गांठ का कार्य करता है जो अक्सर भोले भाले लोगों की गिरवी हजम करने के लिए चोरी आदि का बहाना बना देता है। पीड़ित पत्रकार ने जब कोतवाली प्रभारी से मिलकर मामले की जानकारी दी तब प्रभारी निरीक्षक एसपी उपाध्याय, सरदारगंज चौकी इंजार्ज अनिल कुमार सिंह ने दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाए पत्रकार के साथ ही कोतवाली मे अशोभनीय व्यवहार किया।पाँच लोगों के नाम तहरीर दिये जाने के बावजूद भी एक पर धारा 151 के तहत चालान कर इति श्री कर ली गयी।यही‌ नही बाकी के नामजद आरोपी स्वयं खाना पीना,नाश्ता पानी, गिफ्ट आदि लेकर कोतवाली के अंदर पुलिस की सरपरस्ती में बेधडक  आते जाते देखे गये।वही इस पुलिस रवैया को लेकर पत्रकारों में रोष व्याप्त है।

ब्यूरो समाचार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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