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Thursday, October 10, 2019

शिक्षकों ने अपनी मांगों के संबंध में निकाला मशाल


शाहजहाँपुर। प्रदेश का शिक्षक अपने न्यायोचित माँगों के लिए अपने दायित्वों का निर्वाहन करते हुए काफी समय से आन्दोलन कर रहा हैं लेकिन सरकार आँखें बंद कर शिक्षकों को सड़कों पर उतरने को विवश कर रही हैं जिस कारण अब शिक्षक भी अपने मान सम्मान की रक्षा के लिए ऐतिहसिक आन्दोलन के लिए तैयार है।यह बात उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री एवं जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने शिक्षक महासंघ के आवाहन पर आयोजित मशाल जुलूस के जिलाधिकारी कार्यालय पर समापन पर कहते हुए कहा कि प्रदेश का शिक्षक अपनी न्यायोचित माँगे जिसमें अधिकांश नन्हें मुन्ने बच्चों के हित की माँगे हैं  उन माँगों को लेकर अपने विधालय में शिक्षण कार्य के उपरांत आन्दोलन कर रहा हैं लेकिन सरकार निजीकरण का लक्ष्य साधते हुए शिक्षकों को विभिन्न तरह से मात्र बदनाम कर रही हैं। शिक्षकों ने ब्लाक मुख्यालय, जिला मुख्यालय पर अपनी माँगों को लेकर धरना प्रदर्शन किये जन प्रतिनिधियों के घर घर जाकर जायज माँगों को पूर्ण करने की मांग की माननीय मुख्यमंत्री को लाखों शिक्षकों ने पोस्ट कार्ड लिखकर गुहार लगाई लेकिन परिणाम शून्य रहा। अब प्रदेश के शिक्षकों ने दृढ़ संकल्प ले लिया हैं कि अपनी न्यायोचित माँगों के लिए लाखों शिक्षक 6 नवम्बर को लखनऊ पहुँच कर सोई सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे।संघ के जिला मंत्री देवेश बाजपेई ने कहा कि सरकार कह रही हैं कि शिक्षक उपस्थिति के कारण प्रेरणा एप का विरोध कर रहा हैं जबकि वास्तविकता यह हैं कि शिक्षक निजीकरण की ओर ले जाने वाली सरकार की नीति का विरोध कर रहा हैं शिक्षक अपने लिए नहीं बच्चों के हित में आन्दोलन कर विधालय में विधिवत् शिक्षण कार्य हेतु छात्र संख्या के अनुसार शिक्षकों ,लिपिक, चपरासी की नियुक्ति,शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्ति ,बच्चों के लिए फर्नीचर, शुद्ध जल, शौचालय आदि की व्यवस्था कर सभी बच्चों को प्राइवेट स्कूलों की तरह समानता की माँग अपने अपनी वृद्धावस्था के लिए पुरानी पेंशन जैसी माँग कर रहा हैं जबकि अव्यवस्था रहते सरकार अव्यवहारिक रुप से प्रेरणा एप लागू कर शिक्षकों को बदनाम करना चाहती हैं जिसे शिक्षक कभी बर्दाश्त न करते हुए संघ के निर्देशानुसार बड़े से बड़े आंदोलन के लिए तैयार है और सरकार की तानाशाही नहीं चलने देगा। इससे पूर्व जनपद के विभिन्न दूरस्थ विकास खण्डों से शाम 5 बजे से शहीद पार्क टाउन हॉल पर शिक्षक एवं शिक्षिकाऐं अपनी अपनी मशाले लेकर एकत्रित होने लगे। कुछ समय बाद सैकड़ों की संख्या में एकत्र यह शिक्षक हाथ में जलती हुए मशाले लेकर अपनी माँगों के समर्थन में और सरकार की नीतियों के विरोध में जबरदस्त नारेबाजी करते हुए शहीद द्वार होते हुए सदर चौराहा, खिरनीबाग चौराहा होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचकर सभा कर जुलूस का समापन हुआ। जुलूस एवं सड़क पर रुककर शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के कारण जाम के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गयी।जुलूस में शिक्षक महासंघ के संयोजक महीपाल सिंह, रमेश तिवारी, रविन्द्र पाल प्रजापति, राजकुमार तिवारी,मुनीश मिश्र, यशपाल सिंह, सरताज अली, नवेन्दु मिश्र, शिवकिशोर मिश्र, आदेश अवस्थी, अरुण भदौरिया, राजकुमार सिंह, विकास मिश्र, अरविंद सिंह, आदेश सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रशून सिंह, अरविंद त्रिपाठी, अर्चना तिवारी, सीमा सिंह, सुषमा गुप्ता, बबिता श्रीवास्तव, नीरज सागर आदि सैकड़ो शिक्षक थे।

 गौरव शुक्ला ब्यूरो चीफ शाहजहाँपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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