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Thursday, October 5, 2017

सामाजिक एकता और अखण्डता का प्रतीक है ये दशहरा।


सामाजिक एकता और अखण्डता का प्रतीक है ये दशहरा

लखीमपुर खीरी। जनपद खीरी के मुख्यालय पर होने वाला दशहरा मेला यहां का ऐतिहासिक मेला है जो पिछलें कई दशको से हो रहा है जहां हर जाति धर्म के लोग मेले का आन्नद लेते है। सामाजिक एकता और अखण्डता का प्रतीक है ये दशहरा। उक्त उद्गार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्घाटन करने के उपरान्त जिलाधिकारी आकाशदीप ने व्यक्त किये। जिलाधिकारी ने सांस्कृतिक मंच से उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन बड़ा ही पावन होता है। इन कार्यक्रमों के जरिये समाज में एक अच्छा संदेश जाता है।श्री दीप ने श्री राम चरित मानस की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला, वही इसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। डीएम ने कहा सांस्कृतिक कार्यक्रम भारतीय संस्कृति के उत्थान में सहायक होते है। समाज में एकता, समरसता और बंधुत्व को बढ़ावा देते है। पहले दिन विभिन्न वक्ताओं ने भगवान श्री राम के पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा दी।इस अवसर पर नगर पालिका परिषद की अधिशाषी अधिकारी ने जिलाधिकारी के मेला आगमन पर धन्यवाद ज्ञापित किया।सांस्कृतिक कार्यक्रम रामायण गोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर मेला अधिकारी एवं नगर पालिका के कर्मचारी तथा पुलिस प्रशासन के लोग मौजूद रहे। रात भर श्रोता गणों ने रामायण गोष्ठी का आंनद उठाया। 

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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