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Wednesday, October 25, 2017

जिला संकट स्थित समूह की बैठक सम्पन्न हुई


ब्यूरो समाचार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

शाहजहाँपुर। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जितेन्द्र कुमार शर्मा की अध्यक्षता में जिला संकट स्थित समूह की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
वही अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने सभी कारखाने को निर्देश दिये कि अपने-अपने कारखानों में दुर्घटनाओं से सम्बन्धित बचने के क्या-क्या व्यवस्थायें हैं, उसकी रिर्पोट तीन दिन में जिला प्रशासन सी0एफ0ओ0, सी0एम0ओ0 को जरूर उपलब्ध करायें, यह भी निर्देश दिये कि सभी कारखाने आपस में समन्वय बनाये रखें जिससे कहीं पर कोई ऐसी घटना घटित हो उस समय एक साथ मिलकर  घटना को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सभी कारखानों के पास एम्बुलेंस उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने-अपने कारखानों वर्कर को बचाव हेतु ट्रेनिंग अवश्य दिलवायें जिससे वह वर्कर अपने साथ-साथ दूसरे भाईयों का बचाव कर सकंे। उन्होंने उपस्थित कारखाना प्रबन्धक/प्रतिनिधियों से दुर्घटनाओं से बचने हेतु व्यवस्थाओं की जानकारी करते हुए सहायक निदेशक कारखाना बरेली अमित कुमार को निर्देश दिये कि सभी कारखानों में दुर्घटना के समय रोकथाम के क्या-क्या व्यवस्थाएं हैं उन्हें चेक अवश्य करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि इस मीटिंग के बाद अब आगे की बैठक 45 दिन बाद रिलांइन्स में हो। इसी तरह आगे की मीटिंग कारखानों में जारी रखी जायें।बैठक में सहायक निदेशक कारखाना उत्तर प्रदेश बरेली के श्री अमित कुमार ने अवगत कराया कि जिला क्राइसिस ग्रुप की बैठक 45 दिन में शासन के निर्देश हैं। ताकि दुर्घटनाओं की रोकथाम व दुर्घटना होने की स्थिति में उनसे होने वाले जान-माल के नुकसान को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि जनपद में कुछ कारखाने हैं जिसमें कुछ खतरनाक रसायनकों का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कारखानों में वर्ष में दो बार 1 जनवरी से 30 जून के बीच व 01 जुलाई से 31 दिसम्बर के बीच आनॅसाइट इमरजेंसी प्लान का रिहर्सल कराया जाता है। कारखानों द्वारा बारी-बारी से वर्ष में एक बार जिले के आॅफ साइट इमरजेंसी प्लान का उद्देश्य सम्भावित दुर्घटना से सम्बन्धित कारखानों के अन्दर होने वाले जान व माल की सुरक्षा किया जाना होता है। और आॅफ साइट इमरजेेंसी प्लान के रिहर्सल का उद्देश्य सम्भावित दुर्घटना की स्थिति में कारखानों के बाहर रहने वाले जन सामान्य को होने वाले जान व माल की तथा पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के सम्बन्ध में किया जाता है।नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कारखानों में लगे वर्कों की डेली इन्ट्री होनी चाहिए कोई भी वर्कर छूटना नहीं चाहिए। जिससे यह मालूम रहेगा कि कौन वर्कर आया है कौन नहीं आया है। उसकी रिकार्डिंग जरूरी है।जिला उद्योग विभाग असिस्टेंन्ट कमिश्नर वसीम मियां ने बताया कि विभाग द्वारा सभी इंन्ड्रस्ट्रीज की समस्याएं सुनते हुए निस्तारण किया जाता है।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, श्रम प्रर्वतन अधिकारी, ए0आर0टी0ओ0 पी0पी0 फायर सर्विस शाह0 सहित सम्बन्धित अधिकारी  तथा कारखाना प्रबन्धक/प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।



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