नसीराबाद,रायबरेली।। लॉकडाउन मेंं लोगों के गुटखा की लत का कई व्यापारी पूरा फायदा उठा रहे हैं और निर्धारित दर से दो गुनी तिगुनी कीमत में गुटखा की बिक्री कर रहे है। गौरतलब है लॉकडाउन की वजह से बाजार में गुटखा की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया है लेकिन नसीराबाद थाना क्षेत्र में इसके बाद भी अधिकांश गली-मोहल्लों और चोराहों की किराना की दुकानों में पान-गुटखा धड़ल्ले से बिक रहे ।प्रथम दृष्टया तो किसी भी किराना की दुकान में गुटखा नहीं रहता है, मगर ज्यादा कीमत देने पर वह तुरंत उपलब्ध हो जाता है। हालात यह है कि गुटखा की कालाबाजारी रोकना प्रशासन की प्राथमिकता में नहीं होने के कारण ग्राहकों को इसे तीन से चार गुना अधिक कीमतों पर बेंचा जा रहा है। गौरतलब है कि लॉकडाउन का असर हर क्षेत्र में हुआ है। प्रशासन ने खाद्य सामग्री और सब्जी पर अपना ध्यान फोकस किया है। इनकी कीमतें अधिक न हो इसलिए जांच और निगरानी की जा रही है। लेकिन किराना दुकान और कुछ गुटखा वाले अपने यहां से गुटखा बेच रहे हैं और ग्राहकों से वे अधिक कीमत वसूल रहे हैं। लॉकडाउन के दूसरे दौर में पान मसाला की कीमतें दोगुनी और तिगुनी हो चुकी है। आशंका जताई जा रही है कि जैसे-जैसे दिन बीतेंगे, वैसे-वैसे पान मसाला की कीमतें और बढ़ सकती हैं। जबकि प्रशासन की नजर फिलहाल इस व्यापार पर नहीं है इसके कारण खुलेआम कालाबाजारी चल रही है बड़े-बड़े थोक विक्रेताओं के पास गुटखा का अच्छा स्टॉक उपलब्ध है। जिसे वे मनमानी कीमत पर खुदरा दुकानदारों को बेच रहे हैं। ऐसे में खुदरा दुकानदारों के लिए ज्यादा कीमत वसूलना भी मजबूरी है। पूंछने पर दुकानदार लोग बताते हैं कि ग्राहक मांगते हैं तो हमें सामान रखना ही पड़ेगा प्रशासन द्वारा गुटखा उत्पादन तथा भंडारण पर अंकुश नहीं लगाया जाता है। ऐसे में तो गुटका पान मसाला के प्रतिबंध का कोई खास असर देखने को नही मिल रहा है ।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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