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Friday, February 28, 2020

असहाय परिवार को घर से किया बेघर, बिना कोई नोटिस के की कार्रवाई

घटनाक्रम की जानकारी पीड़ित परिवार ने महिला आयोग और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को ऑनलाइन रजिस्ट्री करवा कर लगाई मदद की गुहार


लालगंज,रायबरेली। एक तरफ योगी सरकार बेघरों असहाय लोगों को छत देने के लिए लाखों प्रयास कर रही है और वहीं दूसरी तरफ उनके अरमानों पर पलीता लगाते अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं,सरकार भले ही लाख कोशिश कर ले गरीब का आशियाना बनवाने के लिए लेकिन पल रहे भ्रष्ट अधिकारी कहीं ना कहीं से सरकार की उम्मीदों को खोखला करने के सारे  उपाय खोज रही है कई बार सवालों के कटघरे में खड़े हो चुके भ्रष्ट अधिकारी लालगंज एसडीएम जीतलाल सैनी लालगंज में बड़ी कार्यवाही करते हुए वर्षों से रह रहे एक गरीब परिवार को घर से बेघर कर दिया वर्षो से अपने पट्टे की जमीन पर निवास कर रहे एक गरीब परिवार पर पीला पंजा चलवा कर एसडीएम ने कठोरता दिखाते हुए उनका घर उजाड़ दिया है पीड़ित परिवार ने एसडीएम जीत लाल सैनी की इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं गांव में चर्चा है कि प्रशासन ने पीले पंजे का सहारा लेकर एक गरीब परिवार का घर उजाड़ दिया है लेकिन लालगंज तहसील में कई जगह रसूखदार लोगों करोड़ों की जमीनों पर कई अवैध कब्जे किए हुए है जिस पर प्रशासन कोई भी हस्ताक्षेप करने की जुर्रत नहीं करता है सिर्फ और सिर्फ रसूखदार और मोटी पार्टी लोगों के कहने पर गरीब और असहाय लोगों को परेशान करता है। मामला लालगंज तहसील के अंतर्गत मतैहना गांव का है जहां पर सन 1975 मैं उस जमीन का पट्टा करा कर रह रहे एक गरीब परिवार के टीन सेट पर एसडीएम जीतलाल सैनी ने महाबली चलवा दिया परिवार बिलखता रहा अपने आशियाने को बचाने की गुहार लगाता रहा लेकिन भ्रष्ट अधिकारी का दिल नहीं पसीजा और वह इन सब चीजों को नजरअंदाज करता रहा। शहर के सुप्रसिद्ध एडवोकेट राजबली सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटनाक्रम का जायजा लेते हुए एसडीएम साहब से बातचीत की और उन्हें कानूनी प्रक्रिया को बताते हुए अपनी बात रखी उनका कहना था बिना किसी नोटिस के और सन 1975 के पट्टे की जमीन को आप इस तरह से जबरन बुल्डोजर नहीं चला सकते ये कानून का उल्लंघन है और कई सारी बातें उनसे रखी जब एडवोकेट राजबली सिंह से बयान में पूछा गया तो उनका कहना था कि अनाधिकार चेष्टा के द्वारा प्रशासन भूमि नंबर 218 को सन 1975 के पट्टे पर बनी हुई इमारत कच्ची मिट्टी की जो की बारिश में गिर गई थी उस पर फिर किसी तरह से गरीब परिवार अपना आशियाना बनाने के लिए तीन सेट रखकर अपना गुजारा कर रह रहा था जिस पर प्रशासन ने बगैर नोटिस बगैर वैधानिक कार्यवाही के वहां पर तत्काल प्रभाव से पहुंचकर उस पर पीला पंजा चलवा कर कानून का उल्लंघन किया है वकील साहब ने यह भी कहा कि यह अनाधिकार चेष्टा है इसकी भी कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए जब वहां वकील साहब के कहने पर यहां पर कानून का शासन है और इसे ठीक से पालन करना पड़ता तब वह तो एसडीएम साहब का जवाब आया कि मेरे ऊपर काफी दबाव है जिसके चलते मुझे यह कदम उठाना पड़ रहा है अब देखना यह होगा कि इस गरीब परिवार को आशियाना कौन देता है और कब तक देता है कुछ दिन तक तो पास पड़ोस के लोग एकजुट होकर उनको आशियाना दे सकते हैं लेकिन कल क्या होगा कब तक पास - पड़ोस के लोग सहारा बनते है,वही उनकी पत्नी सीमा सिंह का कहना था कि मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं हम कहां जाएंगे यही एक रहने के लिए सहारा था वह भी गांव के दबंगों के कहने पर प्रशासन मेरे साथ अन्याय कर रहा है और मेरे द्वारा रखें इस छप्पर को उजाड़ का सारा सामान टैक्तर ट्राली में लगवा कर उठा ले गए हैं हालांकि कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने उस महिला से बोला भी कि इस समान को उठवा लो पर व असहाय महिला सामान उठाने में असमर्थ होने के कारण मना कर दिया बोला कि इतना सामान लेकर हम कहां जाएं और हमारे साथ तो कोई इसे ले जाने के लिए भी नहीं है। वही इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी के लिए जब वहां मौजूद पत्रकार उनसे पूछा तो एसडीएम साहब का जवाब बड़ा ही शर्मिंदा करने वाला रहा उन्होंने साफ तौर पर बयान देने से इनकार कर दिया।अब देखना होगा कि इस पीड़ित परिवार की मदद करने के लिए प्रशासन या सरकार का कोई फरिश्ता पर उनकी मदद करता है या परिवार ऐसे ही अपने हक की लड़ाई लड़ता रहेगा।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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