कानपुर । एक नवजात बालिका को बांदा में झाड़ियों में मरने के लिए छोड़ दिया गया लेकिन स्थानीय नागरिक की सजगता एवं बाल कल्याण न्याय पीठ बांदा की जागरूकता के कारण उस बालिका को पहले मेडिकल कॉलेज बांदा ऑफिस अस्पताल में इलाज के उपरांत आज सुभाष चिल्ड्रन दत्तक ग्रहण एजेंसी राजीव विहार मछारिया रोड नौबस्ता कानपुर को सौंप दिया गया बालिका का नाम सुभाष ही रखते हुए बालिका को हैलट से रेलवे चैलेंज के समन्वयक श्री गौरव सचान एवं परामर्श जाति श्रीमती मंजू लता दुबे ने प्राप्त किया और सुरक्षित सुभाष चिल्ड्रन दत्तक एजेंसी में रखवाया संस्था के प्रबंधक कमल कांत तिवारी ने बताया कि नवजात बालिका बांदा में झाड़ियों में मिली थी जिसका की लगभग 1 माह तक हैलट अस्पताल के बाल लोक विभाग द्वारा उपचार कर उसे स्वस्थ बनाया गया साथ ही यह अनुमान लगाया जा रहा है कि माता-पिता के द्वारा बालिकाओं का त्याग किया गया है साथ ही उन्होंने बताया कि बाल कल्याण समिति बांदा के द्वारा सुभाष चिल्ड्रन विशेष दत्तक ग्रहण इकाई में दिलाया गया 60 दिनों के भीतर जनों के ना मिलने पर किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अनुसार गोद देने हेतु स्वतंत्र कराया जाएगा और गोद देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी केंद्रीय दत्तक जहां इकाई के राष्ट्रीय पोर्टल पर भी उसकी जानकारी अपलोड की जाएगी
मधुकर राव मोघे मण्डल ब्यूरो कानपुर
अक्रास टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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