डलमऊ,रायबरेली ।। कस्बे के निराला पार्क में निराला जयंती सम्मान समारोह का आयोजन शुक्रवार को धूमधाम के साथ किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों एवं जनपदों से कवि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य अतिथि अशोक यादव वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार ने मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। कार्यक्रम में शामिल प्रबुद्ध लोगों ने बताया कि निराला एक क्रांतिकारी कवि थे जिन्होंने लीक से हटकर कविताएं की और अपना रास्ता स्वयं चुनाव एक मौलिक मानो के रूप में विख्यात थे जिन्हें किसी भी प्रकार का बंधन सीताल नहीं था ना तो जीवन में ना ही साहित्य में निराला के व्यक्तित्व का डलमऊ की पावन धरती आज भी याद करती हैं। कार्यक्रम में कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया था। फारुख सरल ने अपनी पंक्तियों में कहा कि बताओ रमजानी अब का करिहो, चली गई प्रधानी अब का करिहो, डॉ राजीव राय ने कहा कि धरा के दीप से भी हर जाता है कभी दिनकर, सुमन सौरभ पवन के प्राण को पुलकित बनाता है। रामनरेश अमन ने पंक्तियों में कहा कि छिन्न भिन्न हो रही सभ्यता हमारी अब ,हल्के में बात यह लेनी नहीं चाहिए भले ही विकास खूब हुआ मानते हैं ,हम अनोखी संस्कृत खोनी नहीं चाहिए। अजय कुमार ने अपनी पंक्ति में कहा कि बड़ी नहीं साहित्य से धन दौलत जागीर। मरी बादशाही यहां जिंदा राह कबीर। कार्यक्रम के समापन के पश्चात महाप्राण पुस्तक का विमोचन भी किया गया। वही मुख्य अतिथि और निराला स्मृति संस्थान के अध्यक्ष ललित कुमार ने रविंद्र शर्मा जालौन , डॉ राजीव राज इटावा, डॉ अजय अटल कासगंज ,पुष्पेंद्र पुष्प उरई, फारुख सरल खीरी लखीमपुर,मनीष मगन औरैया, डॉ सुमन सुरभि लखनऊ, रामनरेश झांसी डॉ गोविंद लालगंज , जय चक्रवर्ती रायबरेली, उत्तम सोनी सागर रायबरेली, विनय भदोरिया मौजूद रहे।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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