मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी।। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में हमआप सब मनाते हैं तथा गोष्टी कर इसके लाभ और हानि के बारे में एक दूसरे को जागृत करने का काम किया जाता रहा है परंतु तहसील मोहम्मदी में तहसील प्रशासन और पुलिस विभाग के माध्यम से छायादार वृक्ष तहसील परिसर और कोतवाली परिसर में लगाये गये परंतु दुर्भाग्य से इसके अतिरिक्त किसी विभाग द्वारा पर्यावरण दिवस पर कोई छायादार वृक्ष नहीं लगाए गए ना कोई संगोष्ठी आयोजित नहीं की गई जो चिन्ता का विषय है जबकि सामाजिक संस्था गोमती सेव के माध्यम से पर्यावरण के महत्व , उद्देश्य और लाभ और हानि के महत्व को बताया गया वही मोहम्मदी नगर में पर्यावरण को दूषित नगर के कुछ मोहल्लों में बीमारी फैलने के मुख्य कारण 2 भटटे मुख्य रूप से प्रकाश में आए हैं जो नगर को धुआ के माध्यम से दूषित करते हैं तथा भट्टे के चारों ओर अवैध खनन के माध्यम से तालाबों का रूप दे देना जिस कारण बरसात या आम दिनों में दुर्घटना का सबब तथा भयंकर बीमारी फैलने का मुख्य कारण बना हुआ है ,जो पर्यावरण आम जनमानस और प्रकृति के साथ में लगातार खिलवाड़ करते नजर आते हैं जो आने वाले भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं हैं वन विभाग हो या खनन विभाग ऐसे संवेदनशील पर्यावरण दिवस पर अपनी आंखें बंद कर प्रकृति और समाज के साथ में खिलवाड़ करते नजर आते हैं वन विभाग जहां वृक्षारोपण का कार्यक्रम चलाता है वही उसके विपरीत हरे भरे पेड़ों का परमिट दे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ता शासन-प्रशासन के साथ हमें आपको भी जागृत होना पड़ेगा जिससे आने वाला कल अंधकार मय न होकर रोशनी की किरण लेकर आए ।
लखीमपुर खीरी से शिवेंद्र सिंह सोमवंशी की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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