जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो!
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं!!
गरिमा सिंह 25 वर्ष की आयु में IPS उसके बाद IAS
हम बात कर रहे है आईएएस गरिमा सिंह की ,जो महज 25 साल की उम्र में आईपीएस बनीं आइए जानते हैं एक छोटे-से गांव कथौली की रहने वाली गरिमा की सक्सेस स्टोरी
कैसा रहा शुरुआती करियर
- गरिमा सिंह बलिया जिले के गांव कथौली की रहने वाली हैं।
- गरिमा का सपना हमेशा से आईपीएस बनने का नहीं था, वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती थीं।
- गरिमा बताती हैं, "मेरे पापा ओमकार नाथ सिंह पेशे से इंजीनियर हैं। वे चाहते थे कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। सिर्फ उनके कहने पर मैंने तैयारी शुरू की।"
- गरिमा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीए और एमए (हिस्ट्री) की पढ़ाई की है।
- उन्होंने पहली बार 2012 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम दिया था और तभी उनका सिलेक्शन आईपीएस में हो गया।
झांसी में रही हैं पॉपुलर
- लखनऊ में 2 साल तक अंडरट्रेनिंग एएसपी के तौर पर रहीं गरिमा झांसी में एसपी सिटी के रूप में लोकप्रिय रही हैं।
- समस्याग्रस्त लोगों से बेहद शिष्ट तरीके से पेश आकर उनकी परेशानी सुनना उन्हें लोकप्रिय बना रहा है।
- उनका टैलेंट देखते हुए उन्हें लखनऊ के बहुचर्चित मोहनलाल गंज रेप केस की जांच टीम में शामिल किया गया था।
- उन्होंने इस केस पर रात-रात भर जागकर काम किया।
- इसके अलावा उन्होंने महिला हेल्पलाइन 1090 को स्थापित करने में अपना योगदान दिया है।
कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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