फ़िरोज़ाबाद।। जनपद में तीन वर्ष पूर्व टूण्डला में उपजिलाधिकारी के पद पर तैनात रहे सत्यप्रकाश सिंह के फर्जी हस्ताक्षर करके उनके ही पेशकार ने राज्य सरकार को एक ओर जहां राजस्व की हानि पहुंचाई तो वहीं दूसरी ओर पक्षकारों से अनुचित लाभ भी उठाया। इस घटना की रिपोर्ट तत्कालीन उपजिलाधिकारी ने टूंडला थाने में तत्कालीन पेशकार के खिलाफ दर्ज कराई है। वर्तमान में उपजिलाधिकारी प्रतापगढ़ सदर के पद पर तैनात सत्यप्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखाया है कि वह वर्ष 2015 में टूंडला में उपजिलाधिकारी के पद पर तैनात थे। उस दौरान उनके पेशकार के रूप में गुफरान अहमद तैनात थे। माह जुलाई 2016 के प्रथम पक्ष में उनके संज्ञान में यह तथ्य आया कि पेशकार गुफरान ने विनोद चन्द्र, राममूर्ति, रामपाल, शाहबुद्दीन, दिनेश चन्द्र, देवेन्द्र कुमार, नरेन्द्र सिंह खेमचन्द्र के पक्ष में धोखाधड़ी करके एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर आदेश पक्षकारों को प्रदान किए। इसकी रिपोर्ट 18 जुलाई 2016 को तत्कालीन जिलाधिकारी को दी गई थी। उनके द्वारा जांच के आदेश भी दिए गए थे।जांच अधिकारी नगर मजिस्ट्रेट के समक्ष 21 जून 2018 को एसडीएम उपस्थित हुए। नगर मजिस्ट्रेट ने एसडीएम के हस्ताक्षर वाले दस आदेशों की प्रतियां उपलब्ध कराने को कहा था। पत्रावलियों की खोजबीन के दौरान संज्ञान में आया था कि तत्कालीन पेशकार गुफरान अहमद ने उपरोक्त अंकित वादों के साथ-साथ पक्षकारों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए फर्जी हस्ताक्षर कर डाले। पक्षकारों से अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए लीलावती, भगवंतदयाल, रामकिशन के मामलों में भी धोखाधड़ी कर फर्जी हस्ताक्षर बनाकर आदेशों/दस्तावेजों को तैयार किया गया था। इस तरह आरोपी द्वारा राज्य सरकार को राजस्व की हानि भी पहुंचाई गई। तत्कालीन एसडीएम ने तत्कालीन पेशकार के खिलाफ थाना टूंडला में मुकदमा दर्ज कराया है।
कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment