रिपोर्टर - राजीव कुशवाहा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर।। बन्डा कस्बे की ग्राम पंचायत मझिगई निवासी जैतराम पुत्र भोला ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसने भूमि विकास बैंक बन्डा से 2007 में 50,000 रु० का लोन लिया था । जिसके बाद उसने 2011 में उस जमीन को गांव के ही ओमप्रकाश पुत्र को बेच दिया था, जमीन खरीदते समय ओमप्रकाश ने जमीन पर चल रहे लोन को अदा करने का वादा किया था, लेकिन उसने लोन अदा नहीं किया । बीते शुक्रवार को समय करीब 3 बजे फील्ड ऑफिसर राजेश वर्मा ने जैतराम को ओमप्रकाश के घर बुलाकर एक ही गाल पर 5-6 थप्पड़ मारे जिससे उसे उसके बताने के अनुसार उस कान से कम सुनाई देने लगा है और जब उसकी पत्नी हरदेई अपने पति को बचाने पहुंची तभी फील्ड ऑफिसर राजेश वर्मा ने उसे जातिसूचक गालियाँ देते हुए उसके साथ भी अभद्र व्यवहार किया । जानकारी करने पर पता चला कि फील्ड ऑफिसर का मझिगई क्षेत्र से कोई लेना देना नहीं हैं जैतराम ने बताया कि फील्ड ऑफिसर ने लालचवश मुझसे बदतमीजी करते हुए 30,000 रुपये भी ले लिए जिसकी मुझे कोई भी रसीद नहीं दी और पैसे लेने के बाद ही मुझे छोड़ा । जैतराम ने मामले की जानकारी बन्डा एसओ को देते हुए कार्यवाही की मांग की है । अब यह उठती है कि जब सरकार की तरफ से ओटीएस सिस्टम लागू किया गया है तब इस तरह की घटनाएं प्रकाश में क्यों आ रही हैं , इसके साथ ही जब तक किसी भी बकायेदार का मूलधन एक लाख रुपये से ऊपर नहीं होता है तब तक उस बकायेदार के साथ में ऐसी शर्मनाक हरकत करना कहाँ का न्याय है ? और सबाल यह भी उठता है कि फील्ड ऑफिसर को बकायेदार को पीटने का हुक्म प्रशासन के किस अधिकारी से मिला था ? अब देखना यह है कि इस मामले में प्रशासन फील्ड ऑफिसर के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है ।
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Sunday, June 24, 2018
फील्ड ऑफिसर ने बकायेदार के साथ की मारपीट
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