फिरोजाबाद।। जनपद के थाना एका में तैनात सिपाही किशनवीर ने संट्टा कारोबारी से हजारों रुपये की रिश्वत लेते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने से महकमे में खलबली मच गई। एसएसपी ने मामले की जांच सीओ जसराना को सौंपी है। एका थाने में तैनात एक सिपाही के रिश्वत लेते वायरल हुए वीडियो व फोटो सोमवार शाम के बताए जा रहे हैं। इनमें सिपाही सफेद रंग की गाड़ी में बीच वाली सीट पर एक ओर बैठा है। अगली सीट पर एक व्यक्ति है, जिसके हाथ में मोबाइल है। वहीं सिपाही के बगल में एक और व्यक्ति है, जिसके सिर्फ हाथ वीडियो में दिख रहे हैं। 100 रुपये की गड्डी देने वाला शख्स चारखाने की शर्ट पहने हुए है। सिपाही रुपयों की गड्डी लेने को हाथ आगे बढ़ाते हुए दिख रहा है। कुछ घंटों में यह वीडियो और फुटेज फेसबुक-वाट्सएप पर वायरल हो गए। आरोप है कि सिपाही ने सट्टा लगाने वाले एक व्यक्ति से यह रकम ली है। मामला एसएसपी तक पहुंचा, जिसकी जांच सीओ जसराना प्रेम प्रकाश को सौंपी गई है। सीओ का कहना है कि जांच के बाद हकीकत का पता चलेगा। एसओ विजय कुमार का मानना है कि सिपाही के फोटो सोमवार शाम के हैं। जिस गाड़ी में रुपयों का लेनदेन दिखाया है, वह प्राइवेट लग रही है। जो व्यक्ति कैश दे रहा है, वह कौन है, यह फुटेज में नहीं है। यह भी हो सकता है कि सिपाही किसी परिजन से रुपये ले रहा हो। उन्होंने बताया कि सिपाही सोमवार दोपहर से छुट्टी पर है। उसके आने के बाद पूछताछ से स्थिति स्पष्ट होगी।नए नहीं हैं खाकी पर रिश्वत के दाग खाकी पर रिश्वत पहले भी कई बार ऐसे आरोप लगते रहे हैं। अवैध वसूली, अपराधियों और अवैध कारोबार करने वालों से सांठगांठ रखने में कई सिपाही निलंबित भी हो चुके हैं। हाल ही में वाहन लूट गैंग के सरगना अमन शाक्य को पुलिस द्वारा टूंडला में गिरफ्तार करने के बाद रुपये लेकर छोड़ने में सुहागनगर चौकी के सिपाही, टूंडला व नगला सिंघी थाने में तैनात पुलिसकर्मी निलंबित किए थे। दक्षिण थाने में तैनात एसआइ समेत तीन पुलिसकर्मियों को बाहरी बस से वसूली पर निलंबित किया था। वहीं उत्तर कोतवाली के भी पांच पुलिसकर्मियों को शातिर अपराधी से सांठगांठ रखने पर निलंबित किया था। तत्कालीन एसएसपी अजय कुमार पांडे ने चौराहों पर तैनात नौ ट्रैफिक सिपाहियों को वसूली में संलिप्त होने पर निलंबित किया था। फिर भी अवैध वसूली नहीं रुक रही है। अवैध कारोबार पर बदनाम होती खाकी पुलिस की सख्ती के बावजूद गोरख-धंधे चल रहे हैं। बाहरी राज्य की शराब भी जिले में पकड़ी जा रही है, लेकिन अंकुश नहीं लग रहा है। सट्टा व नशा का कारोबार भी बंद नहीं हो सका है। इसे संरक्षण देने और डग्गेमारों से वसूली के आरोप पुलिस पर लगते रहे हैं।
कश्मीर सिंह मंडल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment