बापू त्याग का प्रतीक थे हमे अनुकरण करना ही
श्रद्धांजलि होगी - उस्मान अली
बिठूर से मधुकर राव मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
बिठूर । प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की कुर्बानी को भूलाया नही जा सकता वही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिनकी आवाज पर पूरा देश चल पडा था उनकी कथनी और करनी मे कभी कोई अंतर नही रहा। माना कि सैकड़ो नाम अनाम लोगो ने कुर्बानी दी , पर जो काम बापू ने किया वह अतुलनीय रहा है कार्यक्रम के चलते राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उस्मान अली ने कहा कि बापू का अग्रेजो ने कई बार अपमान किया वे उस जमाने के बैरिस्टर थे वे खुद के लिए जी सकते थे। सारी उपलब्धि के बावजूद अभी बहुत कुछ बदल न होगा खुद के लिए जीना, जीना नही दूसरो के लिए जीना ही सबसे बड़ी बात होगी। देश को संभालना ,सवारना अच्छी बात होगी। गंगा की सफाई पर करोड़ो रुपए सरकार फूक चुकी है पर सफाई न करा सकी मन साफ नही तो जिन्हे मा मानते है उनकी सफाई कैसे होगी।इस मौके पर सभी आगन्तुको ने बापू के चित्र पर फूल माला अर्पित की इस अवसर पर अर्पित सिह,मो वशीम, डा तौहीक, मनोज , रवीशंकर, नायाब,नफीशुल हशन आदि मोजूद रहे।
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