आगरा ।। जनपद में कांशीराम शहरी आवास योजना में जांच अगर हो तो बड़ा घपला सामने आ सकता है पिछले सरकार में इस योजना के तहत अपात्रों को आवास आवंटित कर दिए गए। जिला नगरीय विकास अभिकरण विभाग (डूडा) प्रारंभिक निष्पक्ष जांच कर मामले को खुलासा कर नोटिस जारी करें
शहर में अधिकांश जगहों पर आवासों का निर्माण
साल 2010 में तत्कालीन बसपा सरकार ने कांशीराम आवास योजना शुरू की। जिसके तहत इस्लाम नगर टेडी बगिया सौ फुटा रोड कालिंदी विहार शांति मांगलिक के पीछे काशीराम आवासों का निर्माण कार्य कराया गया,जोकि कई वर्ष पूर्व ही बनकर तैयार भी हो गए। मगर आवंटन की प्रक्रिया समाजवादी पार्टी की सरकार के समय 2015 में की गई। जिला नगरीय विकास अभिकरण डूडा द्वारा आवासों का आवंटन, आवेदन पत्रों से बनाई गई सूची के आधार पर किया और तब से इन आवासों में हजारों लोग आकर रहने लगे गए।
आवंटन प्रक्रिया पर उठे सवाल
जिला प्रशासन की आवास आवंटन प्रक्रिया पर तमाम गरीब और जरूरतमंद लोगों ने अंगुली उठाई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन आवासों में अधिकांश लोग किराये पर रहते हैं। अमीरों ने रिश्वत देकर आवास अपने नाम आवंटित करा लिए। जबकि गरीब तबके लोग आज तक आवासों के लिए भटक रहे हैं। जांच अगर हुई तो फूटेगा भ्रष्टाचार का बंब फसेगी अधिकारियों की गर्दन।
किराये पर रहते हैं गरीब परिवार
यहां रहने वाले वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि कॉलोनी में ज्यादातर आवासों में किराये पर लोग रहते हैं। जो आवासा पर किराये पर हैं, वो अमीरों के नाम पर आवंटित हैं। किराये पर रहने वाली जुबेदा ने बताया कि प्रशासन की मेहरबानियां के कारण ही पात्र लोगों को अपात्र दर्शा दिया गया है काशीराम आवासीय योजनाओं को लेकर जमकर धांधलेबाजी चली है अधिकारियों भी पैसों की चमक के आगे सूरदास बने हुए प्रशासन की पात्र सूची के गरीब लोग गाड़ी बंगला कोठियों के मालिक है वही गरीब अपात्र लोग आज भी काशीराम आवासीय योजना का लाभ लेने हेतु अधिकारियों के दरबार में माथा टेकने को मजबूर हैं मजे की बात यह है कि अवैध कब्जा हटाने गए एसडीएम साहब को काशीराम योजना में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र मैं चल रहा सीमेंट का अवैध गोदाम शिकायतों के बावजूद भी नहीं दिखा वही आवासीय लोगों का यह भी आरोप है कि कॉलोनी का ठेकेदार ही बाहरी लोगों से पैसा वसूल कर किराए पर रखता है लोगों का यह भी आरोप है कि अधिकांश अमीर लोग ही कॉलोनी में पात्र बन कर निवास कर रहे हैं वही जिम्मेदारों को चिड़ावा ना देने के कारण ही गरीब लोगों को अपात्र दर्शाकर बाहर का रास्ता दिखा दिया निष्पक्ष जांच अगर हुई हो तो फूटेगा आवासीय योजना में भ्रष्टाचार का बम्ब फसेगी अधिकारियों की गर्दन।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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