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Thursday, September 27, 2018

पर्यटन दिवस भी गुजरा पर रेलवे का पुल न बन सका

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। बिठूर जिसे पितामहः ब्रह्मा की कर्म भूमि माना गया है। यातायात के नजरिये से एक बार फिर भाजपा सांसद भोले सिंह के प्रयास से रेलवे लाइन को मीटर गेज से परिवर्तित कर ब्राडगेज मे बदला जाना तय होगया पर रेलवे अधिकारियो की घोर लापरवाही के चलते फ्लाई ओवर बनवाने की बजाय लीवर पुल बनाने के लिए ठेका दे दिया गया। अब इसे क्या कहा लूट या लापरवाही कुल मिलाकर सूत्रो की माने तो ठेकेदार और अधिकारियो ने पुल निर्माण के नाम पर मिटटी बेच डाली और रूपया खा लिया गया। कहना गलत न होगा तीर्थ पर लगने वाले मेलोंमे यात्रियों को भीषण जाम से जूझना पडता है। सवाल यह उठता है रेलवे अधिकारियो की कब चेतना जायेगी और कब मुसाफिरों को रेल यातायात का लाभ मिलेगा। हालाकि इस ज्वलन्त मुद्दे को क्षेत्रीय समाज सेवी सूबेदार पाण्डेय बराबर विभागीय पत्राचार कर रहे है लोगो का कहना है क्या आन्दोलन ही आखरी चारा है।

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