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Saturday, February 10, 2018

आगरा में सहारे के लिए राधा दर-दर भटक रही

आगरा। कुछ बनने की चाहत में अपने परिवार को छोड़ कर आई नाबालिग छात्रा।बताते चले नाबालिग छात्रा राजस्थान के भरतपुर जिले की रहने वाली है। छात्रा राधा की उम्र इस समय 17 वर्ष है जो नाबालिग है। नाबालिग छात्रा राधा पढ़ लिखकर अपने आप को कुछ बनना चाहती है। नाम रोशन करना चाहती है मगर नाबालिग छात्रा राधा की उम्मीदों पर परिवारीजनों का पहरा है। हालात ऐसे हैं कि परिवारीजनों से नाखुश और परिवार के बढ़ते दबाव के चलते नाबालिग छात्रा ने न केवल परिवार के खिलाफ मोर्चा खोला बल्कि परिवार को छोड़ दिया। राजस्थान से अपने परिवार को छोड़कर आई नाबालिग छात्रा राधा ताजनगरी आगरा में आसरा चाहती है। केवल आसरा ही नहीं वह इंटर की पूरी पढ़ाई करना चाहती है। कुछ बनना चाहती है।नाबालिग छात्रा आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस के साथ जिले के पुलिस कप्तान अमित पाठक के कार्यालय पहुंची थी। पुलिस से मदद की गुहार लगाने और गिड़गिड़ाते हुए राधा ने जो कहा उसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। राधा का आरोप है कि उसके बुआ और फूफा ने उसे गोद लिया है। यही वजह है कि उनकी बेटी नहीं है जिसके चलते उसकी हर ख्वाहिश पर पहरा लगा दिया गया है। आशंका है कि उसके बुआ और फूफा उसे चंद रुपयों में बेचना चाहते हैं। इंटर की पढ़ाई कर रही राधा का आगरा के सदर थाना क्षेत्र के रोहता में 2018 में इंटर की पढ़ाई करने की उम्मीद राधा आगरा आई थी। राधा अपने परीक्षा केंद्र पहुंची थी मगर परीक्षा केंद्र पर परिवारीजन का पहरा था। लिहाजा राधा फिर यहां से नाउम्मीद लौटी और ताजनगरी आगरा में सहारे के लिए राधा दर-दर भटक रही है।पुलिस के आला अफसरों से न्याय और गिड़गिड़ाकर राधा आगरा में आसरा और पढ़ाई पूरी करने की गुहार लगाई जा रही है। अब देखना होगा कि राधा की उम्मीदों को आगरा पुलिस कब तक पूरा कर पाती है।

सोनू सिंह जिला संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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