Translate

Saturday, February 10, 2018

बड़ी धूमधाम से मनायी गयी दास नवमी

बिठूर से मधुकर राव मोघ की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र 
बिठूर । स्थानीय किला आबादी स्थित दत्तात्रेय मन्दिर प्रांगण मे सदगुरू पुरुषोत्तमदास ( जेरे) महाराज की संजीवन समाधी को पुष्प से आच्छादित किया गया। बाद महाआरती की गयी। बतादे आज ही के दिन क्षत्रपती शिवाजी महाराज के गुरू समर्थ गुरू रामदास की जयन्ती महाराष्ट्र के हर घर मे बडी ही धूमधाम से मनाई जाती है । बतादे स्वामी रामदास जो कि अहिंसा वादी थे। ने जीव और परमात्मा जड चेतन मे समाहित है का तत्वज्ञान दिया था। और उनके कथन को चरितार्थ किया था पत्थर मे को शिवाजी द्वारा तोडने पर एक मेंढक का जीवित निकलना अर्थात सदगुरू का कहा हुआ वाक्य कभी व्यर्थ या झूठा नही जाता।ऐसे गुरू के शिष्य बनने मे आज भी पूरा महाराष्ट्र खुद पर अभिमान करता है। इस मौके पर परम भक्त ब्रजराज सिंह ने महाराज श्री की आरती उतारि मौके पर अनिल मिश्रा,रमा बाई,आशा बाई, राधे, शनी, मनीष, माधव,उत्तम, राघव आदि मौजूद थे।

No comments: