वाराणसी (पी एम ए) । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी को चीन का एजेंट बताने पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ मंगलवार को अदालत में परिवाद दाखिल किया गया। कांग्रेस पार्टी के विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह और अन्य की ओर से प्रस्तुत परिवाद को प्रभारी अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (षष्टम) की अदालत ने इसे पंजीकृत करते हुए पोषणीयता पर सुनवाई के लिए 26 फरवरी की तारीख नियत कर दी। सुनवाई इस बात की होगी कि आवेदन सुनने योग्य है या नहीं। कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह समेत अन्य ने कोर्ट में आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया है कि सोमवार को शिवपुर क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भाग लिया था। कार्यक्रम में मनोज तिवारी ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चाइना (चीन) का एजेंट बताया। मनोज तिवारी के इस बयान को वीडियो क्लिप, फेसबुक, व्हाट्सएप, यू-ट्यूब व अन्य चैनलों के माध्यम से प्रसारित और दिखाया जा रहा है। मनोज तिवारी के इस बयान से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता मर्माहत हैं। इस बयान से राहुल गांधी की छवि और उनके राष्ट्रवादी होने पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है। इससे उनकी मानहानि हुई है। विपक्षी को तलब करते हुए दंडित करने की गुहार लगाई गई है। सोमवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद की ओर से शिवपुर स्थित श्री अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम में आयोजित विप्र धर्म संसद में शामिल होने के दौरान मनोज तिवारी ने किसान आंदोलन और लद्दाख सीमा से चीनी सेना की वापसी पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष को आड़े हाथों लिया था।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हवाला देते हुए कहा कि तीनों नये कृषि कानून जरूरी नहीं हैं। जिसे नहीं मानना, वह न माने। इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है तो क्या किया जाए। मनोज तिवारी ने कहा कि हमारी सीमा से चीन के सैनिक पीछे हटे हैं। इससे राहुल गांधी के सीने में दर्द है। ऐसे लोग चीन के एजेंट हैं।
साभार पीएमए न्यूज एजेंसी
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