कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। गणेश शंकर विद्यार्थी जी के बारे मे कौन नही जानता कि देश की आजादी को लेकर उन्होने अग्रेंजो के खिलाफ तलवार से भी ज्यादा अपनी कलम की पैनी धार से छक्के छुड़ा दिए थे। बीते काफी वर्षो से शहर कानपुर के पांडेय नगर मे उन्ही के नाम से चल रहे गणेश शंकर विद्यार्थी इन्टर कालेज है।जिसमे कार्यरत बाबू प्रभात कुमार मिश्रा को अभिभावकों की पाकेट से रूपए कैसे निकालने है वे बखूबी जानते है। बहाना बनाने की गुर भी वे अच्छी तरह से जानते है। अधिकारी के काउन्टर साइन वह चाहे बच्चे का ट्रांसफर प्रमाण पत्र ही क्यों न हो मिश्रा जी को तो बस रूपयो से होता है मतलब । शायद उसे यह नही मालूम था कि समाज सेवी पेशे से एडवोकेट कमलेश फाइटर की नजर मे आ चुका है जिनका भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सूत्री कार्यक्रम। फिलहाल उन्होने उक्त बाबू के खिला ठोस सबूत के साथ जहाँ जिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र सौपा है। वहीं एक वीडिओ उसके द्वारा एक सख्श से रूपए लेते साफ तौर पर दिखाया गया है। इतना ही नही सम्बन्धित वीडिओ एवं एक पत्र यूपी के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजी है। अब सोचिए जिस सरकार के कार्यकाल काल जिसमे खास तौर पर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया हो बाबू बर्खास्त कर दिया जाए तो को बडी बात नही । हालाकि एडवोकेट श्री फाइटर ने पत्र के माध्यम से उसको बर्खास्त किए जाने की माँग भी की है इतना ही नही एडी एम नगर शतीश पाल ने आश्वासन भी दिया है कि ऐसे भ्रष्ट बाबू के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
Translate
Tuesday, March 20, 2018
विद्यार्थी जी के नाम को लगा रहा बट्टा ,एक घूसखोर बाबू
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment