फ़िरोज़ाबाद ।। जनपद में अभी तक आपने सुना होगा कि एम्बुलेंस सिर्फ मरीजो के लिए होती है लेकिन सूत्रो के मुताबिक एक नयी बात सामने आई है। ताजा ताजा मिली खबर के अनुसार रात के अँधेरे में बाहर से एम्बुलेंस में थोक के भाव दवाएं मंगाई जाती हैं, अंदरखाने बताया गया जिनका कोई पक्का बिल नहीं होता, इसी कारण ये दवाएं मरीजों को सस्ती मिल जातीं हैं। ऐसा ही नजारा देर रात बंसल नर्सिंग होम के सामने स्थित एक सेवार्थ मेडिकल पर दिखा। जिस पर एक प्राइवेट एम्बुलेंस संख्या यूपी 83 एटी 6701 आकर रुकी और उसमें से दवाओ के कार्टून निकाल कर मेडिकल स्टोर में रखे जाने लगे। बताया गया जब एम्बुलेंस चालक से पूछा गया कि यह माल कहाँ से आता है तो उसने दिल्ली से बताया, और यह भी कहा तभी तो सस्ता मिल पाता है और दुकानों से यहाँ। इससे एक बात तो साफ जाहिर हो रही है प्राइवेट एम्बुलेंस अधिकांशत स्थानों पर इसलिये चेक नहीं होती होगी कि उसमे कोई गंभीर मरीज होगा और इसी बहाने बिना बिल का लाखो का माल आराम से पास होता होगा, इस प्रकार टैक्स बचाने का यह हुआ न नया तरीका। वहाँ से गुजरता एक राहगीर इस बात का गवाह रहा कि उसके सामने ही प्राइवेट एम्बुलेंस से सेवार्थ मेडिकल पर दवाओ के कार्टून उतारे जा रहे थे, जब राहगीर ने फोटो खींचा तो वह सकपका गया और आधा माल उतारने के बाद प्राइवेट एम्बुलेंस को वहाँ से लेकर चलता बना।
कश्मीर सिंह मंडल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment