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Saturday, March 24, 2018

आखिर कब होगी बच्चे की असली जाँच और कौन होगा इस बच्चे का कातिल

ये एक चर्चा का विषय बना हुआ है और अभी तक क्यों नही आखिर जिस स्कूल का ये मामला है वो स्कूल अभी तक क्यों नही किया गया सीज
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जो भी पुष्टि हुई है उस पुष्टि में जो भी निकला हो लेकिन आखिर कैसे जब तीन दिन पहले मासूम नोमान गायब हुआ तो वो आखिर डूब के कैसे मर सकता है ये एक चर्चा का विषय बना हुआ है
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रायबरेली । प्रशासन के ढुलमुल रवैया के कारण आज शहर में जो स्थिति बनी हुई है वह किसी से छिपी नहीं है। आए दिन पुलिस कप्तान शिव हरी मीणा द्वारा अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों को अपराध रोकने और अपराधियों पर नकेल कसने की हिदायत दी जाती है। परंतु उसके बाद भी पुलिस कप्तान के आदेशों को दरकिनार कर पुलिस अपना ढुलमुल रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है। जिस तरह पुलिस कप्तान अपना काम कर रहे हैं उस तरह उन्हें देखकर सारी पुलिस करने लगे तो यहां की दशा बदल सकती है। रात रात पुलिस कप्तान गस्त के लिए निकल पड़ते हैं और अचानक थानों का भ्रमण कर जानकारी करते हैं। जोकि प्रशंसनीय है परंतु उनके अधीनस्थ कर्मचारी उनके इस काम में साथ ना देकर अपने मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण आज सभी के सामने है। जिस तरह से दिनदहाड़े अलहमद पब्लिक स्कूल से अगवा ओमान अहमद की लाश तालाब से बरामद होती है। उससे पुलिस की सक्रियता पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है। वही काफी हद तक स्कूल प्रबंधन भी शक के घेरे में घिरा दिखाई देता है। क्योंकि ओमान के परिजनों का कहना है कि वह अपने बच्चे को स्कूल के अंदर आया के हाथ में बच्चे को साैप कर आए थे। तो यहां सबसे बड़ा प्रश्न उठता है कि क्या इस मामले में आया और स्कूल प्रबंधन जिम्मेदार है। पुलिस में शिकायत दर्ज करने गए माता पिता को पुलिस सिर्फ आश्वासन देती रही। अगर यही पुलिस शिकायत मिलने के तुरंत बाद विद्यालय प्रबंधन और उस आया से पूछताछ करती तो आज तस्वीर कुछ और होती। जिस तरह मासूम को अगवा कर उसकी हत्या की गई है वह काफी निंदनीय है। वही इस मामले में जब सीओ सिटी शेषमणि उपाध्याय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दोनों ओर से पूछताछ की जा रही है। अभी तक ऐसी कोई ठोस बात सामने निकल कर नहीं आई जिससे यह साबित हो सके की मासूम की हत्या के पीछे क्या वजह थी। हत्यारा कोई भी क्यों ना हो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी । वही पीएम रिपोर्ट के बारे में जानकारी करने पर उन्होंने बताया कि पीएम रिपोर्ट में कोई चोट के निशान नहीं आए हैं डूबने से मृत्यु की पुष्टि हुई है।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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