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Tuesday, March 13, 2018

महामहीम नाम के गिरे शिलालेख को देख अन देखा करदेते है अफसर

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। इन्द्रानगर जैसे इलाके मे वह भी आर एस एस द्वारा संचालित ज्ञानभारती इन्टर कालेज समीप लगाया गया शिलालेख बीते तीन सालो से लगाए गए स्थान से नीच सरका पड़ा है । इसी इलाके के एफ 37 मे निवास करने वाले आनन्द मंगल के महामंत्री ज्ञान प्रकाश अग्रवाल ने जिला प्रशासन अधिकारियो पर आरोप लगाया कि जिन महामहीम के प्रोटोकाल करोडों रूपये ब्यवस्था मे खर्च हो जाते है। आज बीते तीन साल से यह शिलालेख उखडा पडा है हालही मे इलाके मे सम्पन्न हुए कार्यक्रम मे जिला एवं केडिए के आए अधिकारियो से कहा भी गया। पर किसी ने उसे ठीक कराना तो दूर उस पत्थर की तरफ मुड़ कर देखना भी गवारा न हुआ।महामहिम राष्ट्रपति श्री महामहिम रामनाथ कोविद जी के सम्मान में जहां पूरा प्रशासनिक अमला चुस्त दुरुस्त रहता हैं। वहीं महामहिम जी के नाम का पत्थर पिछले तीन सालों से गिर कर एक पोल पर टिका हुआ है। पूरे प्रशासन की आंख बंद है मामला इन्दिरानगर जैसे इलाके का है। यहाँ तक एक नामी सरस्वती ग्यान मंदिर स्कूल  जिसका संचालन आर एस एस का नामी सदस्य का माना जाता है। आज जब देश मे भाजपा शासन है तब प्रशासनिक  अमला घोर लापरवाही बरत रहा है। महामहिम का सम्मान कहा जाये या उनका  अपमान? समझने वाली बात यह है कि कब सुनेगा प्रशासन।

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