कानपुर से मधुकर मोघ की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर । उर्सला कहने को सरकारी अस्पताल पर यहाँ पर काम करने वाले कुछ डाक्टर के अलावा कर्मचारी भी अपने कर्तव्यो को जैसे भूल से गए से है। वर्ना सरकारी कर्मचारी के इलाज मे कोताही न बरती जाती । पी डब्लू डी यूनियन संघ के मण्डल पदाधिकारी कमल अग्रवाल जिन्होने फोन पर बताया कि आज कानपुर कचहरी मे दो पक्षों मे किसी बात को लेकर गोली चल गयी यह वक्त की नज़ाकत कहेगे कि इटावा के पी डब्ल्यू डी मे सहायक के रूप मे कार्यरत रवी कुमार यादव को गोली लग गयी। जिसे उर्सला अस्पताल लाया गया कमल के मुताबिक वे शाम चार बजे से रवी के साथ है। डाक्टरो द्वारा उपचार कर उसका जीवन बचाने की बजाय लगातर घाव वाली जगह से बहते खून को दर किनार कर दिया। घण्टो बाद बाद घायल को हायलट रिफर किया। बाद पुलिस ने अपनी जीप मे डाल हायलट पहुचाया।ऐसा लग रहा था कि कर्मचारी न होकर कोई अपराधी हो। कमल ने कहा वे उच्चाधिकारियो से लेकर शासन तक अपने साथी के साथ हो रही ज्यादती के लिए प्रेस वार्ता करेगे फिलहाल घायल की स्थिती गम्भीर बनी हुई है। बताते चले दो ही चार दिन बीते ही कि विवादों में फिर आ गया उर्सला अस्पताल ।अस्पताल में पत्रकार कमल मिश्रा के साथ किया गया था उर्सला हस्पताल मे बेरूख व्यवहार वे अपनी व्रद्ध माता जी को उपचार के लिए ले गए थे। वही समझने वाली बात यह है कि शहर के ह्रदय स्थल पर स्थित इस हस्पताल को शासन द्वारा लाखो रूपये महज इस लिए दिए जाते है ताकि लाचारो को उपचार का लाभ मिल सके ।
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Thursday, March 8, 2018
कर्मचारी का खून बहता रहा डाक्टर बोले ये मामूली बात
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