लोक अदालत में 4087 मुकदमे निस्तारित, 3,68,640 जुर्माना वसूला गया और मोटर दुर्घटना के 31 मामलों में 77 लाख 49 हजार प्रतिकर दिलाया गया। तेरह परिवारों को पुनस्थापित कराकर खुशहाली लौटाई
प्रशासनिक न्यायामूर्ति राजन राॅय सहित न्यायिक अधिकारियोंय ने बृक्षारोपण किया।
फिरोजाबाद ।। जनपद न्यायालय प्रागण में विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एवं प्रशासनिक न्यायाधीश राजन राॅय के मार्गदर्शन एवं जिला जज पी0के0 सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें फौजदारी के 4087 वादों का निस्तारण कर 3,68,640 रूपये जुर्माना वसूला गया जबकि मोटर दुर्घटना के 31 मामलों में 77 लाख 49 हजार रूपये प्रतिकर दिलाया गया। इसके अलावा 29 पारिवारिक मामले निस्तारित कर 13 परिवारों को पुर्नस्थापित कराया गया, इनमें एक मामला ऐसा था जिसने तलाक का दावा किया था लेकिन वह परिवार भी विघटन से बचा और राजीनामा होकर पुर्नस्थापित किया गया। इनके अलावा बैंक वसूली के 326 मामले निस्तारित कर 61 लाख 58 हजार से अधिक धनराशि जमा करायी गयी। कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी एवं अपर जिला जज आर0पी0 सिहं ने किया। प्रशासनिक न्यायामूर्ति राजन राॅय ने माॅ सरस्वती के चित्र पर पुष्प भेण्ट कर एवं दीप प्रज्वल्लित कर विधिवत लोक अदालत का शुभारम्भ किया। जिला जज पी0के0 सिंह ने दस मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वाद निस्तारित कर 24 लाख 35 हजार रूपये प्रतिकर दिलाया जबकि 14 अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज कोर्ट नं0 1 आर0पी0 सिंह ने मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 6 वादों में 21 लाख 16 हजार प्रतिकर दिलाया जबकि दो अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज कोर्ट नं0 2 राकेश शर्मा ने मोटर दुर्घटना के दो वादों में एक लाख 25 हजार रूपये प्रतिकर दिलाया जबकि पाॅच अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज कोर्ट नं0 3 पी0के0 जैन ने मोटर दुर्घटना प्रतिकर के दो वादों में दो लाख 40 हजार प्रतिकर दिलाया। अपर जिला जज कोर्ट नं0 4 श्री सिरोही ने विद्युत चोरी के 434 वाद निस्तारित कर 3 लाख 15 हजार रूपये जुर्माना वसूला एवं दो अन्य वाद निस्तारित किये। पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्यानन्द उपाध्याया ने 29 वाद निस्तारित किये जिनमें 13 परिवारों को पुर्नस्थापित कराया, इन परिवारों में एक परिवार ऐसा था जिसने न्यायालय में तलाक का दावा किया था और विवाह विच्छेद करना चाहित थे लेकिन वह परिवार हॅशी खुशी एक साथ रहने पर सहमत हो गये और उन्होने इस लोक अदालत को वरदान मानते हुए कहा कि हमारा परिवार बर्बाद होने से बच गया है। अपर जिला जज कोर्ट नं0 5 संजीव कुमार ने मोटर दुर्घटना के दो वादों में तीन लाख 88 हजार प्रतिकर दिलाया जबकि विशेष न्यायाधीश एवं अपर जिला जज कोर्ट नं0 6 रिजवान अहमद ने मोटर दुर्घटना का एक वाद में पचास हजार प्रतिकर दिलाया और एक अन्य वाद निस्तारित किया। अपर जिला जज कोर्ट नं0 7 सुरेन्द्र सिंह ने नौ अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज कोर्ट नं0 9 श्रीमती मीता सिंह ने मोटर दुर्घटना का एक वाद में पचास हजार प्रतिकर दिलाया जबकि दो अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज कोर्ट नं0 8 प्रभूनरायन पाण्डे ने मोटर दुर्घटना प्रतिकर के चार वादों में 14 लाख प्रतिकर दिलाया। अपर जिला जज फास्ट टेªक कोर्ट नं0 1 श्री पुण्डीर ने मोटर दुर्घटना के एक वाद में तीन लाख 70 हजार प्रतिकर दिलाया और तीन अन्य वाद निस्तारित किये। अपर जिला जज फास्ट टेक कोर्ट नं0 2 ने पाॅच वाद निस्तारित किये।सीजेएम सुबोध कुमार ने 1,656 वादों में 96,150 रूपये अर्थदण्ड वसूला जबकि एसीजेएम फिरोजाबाद श्रीमती अर्चना यादव ने 952 वादों में 35 हजार 890 रूपये जुर्माना वसूला और एसीजेएम शिकोहाबाद अरविन्द यादव ने 721 फौजदारी के वादों में 33 हजार 600 रूपये जुर्माना वसूला। सिविल जज सीनियर डिवीजन निशाॅत देव ने पाॅच वाद एवं सिविल जज फास्ट टेªक कोर्ट श्रीमती पूनम कर्णवाल ने तीन वाद निस्तारित किये। सिविल जज शिकोहाबाद धर्मवीर सिंह ने 202 वादों में 3,703 रूपये जुर्माना वसूला।इस लोक अदालत में जनपद न्यायालयों के वादों के अलावा बैंकों एवं विद्युत चोरी के मामलों में प्रदेश सरकार को बडी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति हुई और अदालतों में मुकदमों के भार में कमी आयी है। न्यायामूर्ति श्री राॅय ने फिरोजाबाद में न्यायाधीशों की कमी को दूर करने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, बार अध्यक्ष धर्मसिंह यादव, लियाकत अली एडवोकेट सहित तमाम अधिवक्तागण एवं बैकों के प्रबन्धक एवं अधिकारी मौजूद रहे।
कश्मीर सिंह ब्यूरो चीफ फ़िरोजाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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