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Friday, July 21, 2017

कहा से आया तेल मे पानी, यह है जांच का विषय पूर्ति निरीक्षक मामले मे कर रहे लीपापोती उधर स्थानीय प्रधान ने कार्यवाही की मांग

कोटेदार तेल के दाम मे बेच रहे पानी,कार्डधारको मे आक्रोस

कहा से आया तेल मे पानी, यह है जांच का विषय पूर्ति निरीक्षक मामले मे कर रहे लीपापोती उधर स्थानीय प्रधान ने कार्यवाही की मांग

रायबरेली। कोटेदार आये दिन अखबारो के चर्चा मे बने रहे है। कही धटतौली, तो कही राशन डाकर जाना, राशन कम देना, पूरा राशन न देना, एमडीम का राशन न देना, पूरा तेल खा जाना यह सब यह सब क्षेत्रीय कार्यालय में बैठने वाले पूर्ति निरीक्षक की जानकारी में खेल चलता रहता है। वहीं इस मामले को लेकर जनता कहारती है। गरीब कार्ड धारकों का हो हल्ला शिकायत करना, यह सब मामले अधिकारियों की रद्दी की टोकरी में चले जाते है। साथ ही स्थानीय अधिकारियों के द्वारा यह कहा जाता है कि गांव के लोग तो फर्जी कोटेदार की शिकायत किया करते है। और शिकायत कर्ता की शिकायत को रफादफा कर दिया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक ऐसा मामला चैका देने वाला सामने आया है। और कोटेदार ने पैसा कमाने का एक नया जरिया निकाला है। आज विकास खण्ड छतोह के गांव कपूरपुर के कोटेदार ने गांव के कार्ड धारकों को तेल की जगह पानी बेच डाला। पानी की कीमत 22 रू0 प्रति लीटर वसूल की। कोटे से ले गये तेल को जब कार्ड धारकों ने घर पर चेक किया तो तेल की जगह पानी निकला पानी निकलने से कार्ड धारकों में इस मामले की जानकारी ग्राम प्रधान को दी। प्रधान ने जब ले जाने वाले सभी कार्ड धारकों से पूछा तो सभी ने तेल की जगह पानी की बात कही। धीरे धीरे मामला मीडिया तक पहुॅचने पर चर्चा आम हो गयी। वहीं इस मामले में पूर्ति निरीक्षक सलोन सुखदेव इस मामले में लीपा पोती करते हुए कहा कि मामले को ज्यादा हाईलाइट मत करों कोटेदार की कोई गलती नहीं है। जहाॅ से कोटेदार ने तेल उठाया है वहीं से पानी मिला है। कोटेदार को हम पुनः 50, से 60 लीटर तेल दिलवा देंगे। अब सवाल यह उठता है कि तेल उठने वाले गोदाम से कितने कोटो का तेल जाता है। यदि गया है तो सब में पानी जाना चाहिए, यदि सब में पानी गया है तो इसमें जिम्मेदार तेल बेचने वाला टंकी मालिक है। इनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। लेकिन इन पर कार्यवाही कौन करेगा, कार्यवाही करने वाले पूर्ति निरीक्षक की तो सेटिंग गेटिंग है। क्या इस मामले को जिले के उच्चाधिकारी संज्ञान में लेंगे। कोटो को देने वाले तेल के मालिक के खिलाफ कोई कार्यवाही कर पायेंगे ? इस मामले में कपूर पुर के कोटेदार सुन्दारा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमे प्रतिमाह 1100 लीटर तेल टंकी से प्राप्त होता है। जो हम प्रति लीटर 22 रू0 की दर से कार्ड धारकों से वूसल करते है। पानी के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि जहां से हमने तेल उठाया है। पानी वहीं से मिलकर मिला है। तो हम क्या करें इसकी शिकायत हमने पूर्ति निरीक्षक सलोन से कर दी है। इस मामले को लेकर गांव प्रधान प्रतिनिधि ननकू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव के कई दर्जन कार्ड धारकों को तेल के बदले पानी दिया गया है। इसकी शिकायत कार्ड धारकों ने हमसे की है। यदि कार्ड धारकों को तेल न दिया गया तो हम इसकी शिकायत जनपद के जिलाधिकारी से करेंगे। यदि सुधार न किया गया तो सलोन में हम लोग धरना । प्रदर्शन चंद्र, नन्हे ओझा, पप्पू, धर्मराज, बाबू, अलगू, रामराज, राजकुमार, रामआसरे, आदि लोगों ने तेल के स्थान पर पानी दिये जाने की बात स्वीकर की है।क्या कहते है जिम्मेदारः- इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी सलोन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आ गया है। इसमें हमने पूर्ति निरीक्षक से कहा है कि यदि एक ही कोटेदार के तेल में पानी निकला है तो कोटेदार स्वयं जिम्मेदार है। यदि कई कोटेदारो के तेल में पानी निकला है तो उसका जिम्मेदार तेल देने वाला टंकी मालिक है जाॅच की जायेगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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