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Sunday, February 25, 2024

बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री जोरों पर, जिम्मेदार मौन

मोहमदी खीरी। एक तरफ जहां खाद्य सामग्री के भाव सातवें आसमान को छू रहे हैं वहीं दूसरी ओर उसमे मिलावट भी उतने ही बड़े पैमाने पर की जा रही है।लोगों को मोटे दाम चुकाने के बाद भी शुद्ध खाद्य पदार्थ नहीं मिल रही है।फिर चाहे कड़वा तेल हो या मसाले,या फिर दूध,खोया,पनीर और मिठाई।नतीजन जनमानस को शारीरिक स्वास्थ्य नुकसान के साथ-साथ आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ रहा है।ऐसा भी नही की इस मिलावटी खेल की जानकारी संबधित विभाग को नही।सबंधित विभाग को जानकारी भी है और समय-समय पर सोशल मीडिया इत्यादि से मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री रोकने की खबर चलती रही है।लेकिन मिलावटी खाद्य सामग्री को लेकर चलने वाले अभियान की मार हर वार छोटे व खोखा-पटरी दुकानदार को ही झेलनी पड़ती है।अब ऐसे में यदि कहा जाए कि मिलावट का पूरा खेल स्थानीय संबधित अधिकारी की मिलीभगत से चल रहा है तो कहना गलत ना होगा।तो अब ऐसे में मिलावटी कड़वे तेल,दूध,मसाले इत्यादि के बड़े माफियाओ पर लगाम कैसे लगे। सूत्रों के अनुसार नगर से सटे ग्रामीण इलाकों में दुकानदारों द्वारा कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने की होड़ के चलते सबसे ज्यादा मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री की जा रही है।अब ऐसे में दुकानदार की मुनाफाखोरी मिलावट युक्त खाद्य पदार्थ बाजार में बेचकर आम आदमी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।जबकि चिकित्सको  का कहना है कि इन मिलावटी चीजें खाने से गंभीर बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है।लेकिन खाद्य विभाग छुट पुट कार्यवाही को ही लंका दहन मान कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते है।

रिपोर्ट : दिनेश सिंह सोमवंशी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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