आगरा।। ताजनगरी आगरा में कोरोना वायरस की दस्तक ने प्रशाशन के हाथ पांव फुला दिए हैं।यहाँ इटली घूम कर आये एक परिवार के लोगों को कोरोना वायरस से पीड़ित माना जा रहा है।प्रशाशन ने 13 लोगों के सैम्पल लेकर लखनऊ भेजे हैं और उनमें से दो के सैम्पलों को क्रॉस चेकिंग के लिए पूना भेजा है।इसके साथ ही अब ताजनगरी में कैरोना से बचाव और रोकथाम के उपाय करना शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आगरा से एक जूता कारोबारी का परिवार अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ इटली घूमने गया था।25 जनवरी को भारत वापस आने के बाद जयपुर में उनमें से एक व्यक्ति को कैरोना वायरस से संदिग्ध रूप से संक्रमित पाया गया था।उसकी जांच के दौरान ही बाकी लोग वहां से आगरा आ गये।यहां उनमें से छह तबियत खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है।कुल 13 लोगों के सैम्पल लखनऊ भेजे गए हैं।दो लोगों में यह संक्रमण पाया जाने की संभावना है।उन्हें जिला अस्पताल के आईसुलेशन वार्ड में रखा गया था और फिर आज उनके साथ ही कुल छः लोगों को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया गया है।सभी की रिपोर्ट क्रॉस चेक के लिए लखनऊ से पूना भेजी गई हैं। इसके बाद आज जिलाधिकारी प्रबह नारायण की अध्यक्षता में जिलाधिकारी आवास पर सभी सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टर्स के साथ मीटिंग की गई है और सभी को संदिग्ध दिखने पर तत्काल कार्य करने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।स्वास्थ्य विभाग द्वारा भारी मात्रा में मास्क का स्टॉक सभी सरकारी अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है और जिला अस्पताल में सभी प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर्स को कैरोना की पहचान और तत्काल इलाज के लिए एक ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया है।सीएमओ मुकेश वत्स ने अपील की है कि किसी भी संदिग्ध को देखने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी जाए और खासकर इटली,ईरान और चीन जैसे शहरों से आने वालों पर विशेष नजर बनाए रखी जाए।
आगरा से देवेंद्र कुमार बघेल की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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