नहरों की सफाई की जाँच में मिली कमियां लगभग पांच महीने बीतने के बाद भी नही हुई कार्यवाही
विभागीय अधिकारीयों और ठेकेदारों की मिली भगत से नहरों की सफाई के नाम पर सरकारी धन का दुरूपयोग
डीह,रायबरेली।। जहां एक तरफ सरकार किसानों की सुविधा के लिए लाखों करोड़ो रुपये खर्च करके नहरों की सफाई का कार्य करा रही है वहीं विभागीय अधिकारियों द्वारा सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है आपको बताते चलें कि मामला डीह क्षेत्र से जुड़ा है जहाँ किसानों के सिंचाई के लिए शारदा सहायक खण्ड 45 से निकली नहर डीह रजवाह में सफाई का कार्य कराने का टेंडर हुआ टेंडर के बाद ठेकेदारों द्वारा नहर की सफाई का कार्य कराया गया जो कि सफाई का कार्य गुडवत्ता पूर्ण नही है सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ती की गई नहर में सफाई का कार्य मशीन द्वारा साइड कटिंग का कार्य कराया गया जिसमें कहीं कहीं तो काफी दूर तक एक साइड छोड़कर सफाई कराई गयी जो कि मानक के अनुरूप नहीं है जिनकी शिकायत कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हई इस बाबत जब जे ई आकाश और ए ई जितेंद्र से फ़ोन के माध्यम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नहर सफाई का कार्य गुडवत्ता पूर्ण नही है ठेकेदार को लेटर भेज दिया गया है की सफाई कार्य गुडवत्ता पूर्ण नही है सफाई का कार्य पुनः कराया जाय जब तक सफाई पुनः नही होगी भुगतान नहीं किया जाएगा इस बाबत जब अधिशासी अभियंता अधिकारी से फ़ोन के माध्यम से बात करना चाहा तो उनका फ़ोन नही उठा यही नहर नही बल्कि कई नहर जो कि डीह रजवाहा से कई माइनर जैसे टेकारी माईनर, डेला माईनर ,नत्थे माईनर आदि माइनरों की सफाई का कार्य जो कि लेबर द्वारा होनी चाहिए वो जे सी बी मशीन द्वारा कराई गई फिर भी सफाई नाम मात्र की कराई गई है और किसी भी माईनर में ड्रेसिंग का कार्य भी नही कराया गया है जिससे नहर की पटरी पर चलने में भी परेशानी होती है और किसी भी माईनर में टेल तक सही सफाई न होने के कारण टेल तक पानी सही से नही पहुँचता है जिससे किसानों के खेत तक पानी पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार अखबारों में भी यह मामला प्रकाश में आया है और इसकी शिकायत कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गयी लेकिन विभागीय अधकारियों द्वारा सत्ता धारी ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है।सत्ताधारी ठेकेदारों द्वारा भा ज पा सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है ठेकेदार द्वारा नहरों की सफाई करा दी गयी है जो कि सफाई के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ती की गई है और सत्ताधारी ठेकेदार पर सत्ता के दबाव में विभागीय अधिकारी भी कार्यवाही करते नजर नही आ रहे है। इससे यह साबित होता है कि कहीं विभागीय अधिकारी भी कमीशन में लिप्त तो नही अब देखना यह है कि विभागीय अधिकारी इस सत्ताधारी ठेकेदार पर क्या कार्यवाही करते है या फिर डी एम साहिबा की विभागीय अधिकारियों पर क्या कार्यवाही होती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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