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Friday, January 12, 2018

कलियुग में राम का नाम ही मोक्ष का साधन है-स्वामी केशवाचार्य

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
बछरावाँ रायबरेली । निर्मल हृदय से प्रभू को याद करने से वह अवश्य प्राप्त हो जाता है। परम पिता परमात्मा किसी ढोंग अथवा औपचारिकता का कायल नही है। यह विचार हैं स्थानीय थाना क्षेत्र के कंजेश्वर धाम (राजामऊ) में आयोजित चतुर्थ विराट विष्णु महायज्ञ एवं राम कथा के अवसर पर यज्ञ सम्राट व कथा वाचक स्वामी केशवाचार्य जी के द्वारा सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये गये। उन्होंने कहा की राम का नाम अनादि है और वही साश्वत परम सत्य है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामायण में कहा था। राम शब्द एक ऐसा बीज मंत्र है। जो समस्त पापों से रहित कर देता है। रा के लिए मुह खुलते ही इस शरीर के अन्दर मौजूद पपों का पुंज बाहर निकल जाता है। और पुनः शरीर में प्रवेश नही कर पाता हैं क्योंकि माह उसके प्रवेश का द्वारा बन्द कर देती हैं। आचार्य जी ने कहा सबरी जैसी दीन-हीन महिला के भी जूंठे बेर खाकर प्रभू ने उसे मान देते हुये जहां परम धाम को भेजा था वहीं शाप ग्रस्त अहिल्या का भी उन्होंने उद्धार किया था। इस कलिकाल के अन्दर राम का नाम ही सारे भव सागर से पार करने वाला है और यह सर्व विदित है कि भगवान विष्णु के द्वारा देवताओं की पुकार पर असुरों का वध करने के लिए जन्म लिया गया था। और जब-जब धर्म की हानि होती है भगवान अवतरित होकर पापियों का श्रंृघार करते है। इस महायज्ञ का आयोजन 1 जनवरी से प्रारम्भ होकर 16 जनवरी तक अनवरत चलता रहेगा। सामाप्ति के दिन विशाल भण्डारे का आयोजन होगा। यह जानकारी आयोजक मण्डल के सदस्य सौरभ शुक्ला, मदन मिश्रा, गोपी मिश्रा, राम शेवक, राम किशोर शुक्ला , व रम्मू सिंह द्वारा दी गयी। आयोजकों ने अपील किया है कि 16 जनवरी को होने वाले विराट भण्डारे में जरूर पहुंचे।


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