Translate

Tuesday, January 16, 2018

उत्तर प्रदेश बीज गन्ना एवं गन्ना प्रजाति स्वीकृत उप समिति की बैठक सम्पन्न

ब्यूरो समाचार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर। जिला गन्ना अधिकारी, ने बताया है कि गन्ना आयुक्त की अध्यक्षता में गठित ‘‘उत्तर प्रदेश बीज गन्ना एवं गन्ना प्रजाति स्वीकृत उप समिति’’ की बैठक सम्पन्न, जोनल जातीय परीक्षणों के औसत के आधार पर 26 गन्ना प्रजातियों की चीनी रिकवरी एवं उपज के प्रदर्शन को किया गया प्रस्तुत, 03 अगेती एवं 01 मध्य एवं देर से पकने वाली प्रजाति की स्वीकृति हेतु हुई चर्चा, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद 150 हेक्टेयर में उत्पन्न कर रही है अभिजनक बीज, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव का अध्ययन कर अंतिम निर्णय की संस्तुति हेतु प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ की अध्यक्षता में एक समिति का हुआ गठन, अतिरिक्त बीज उत्पादन हेतु चीनी मिल के फार्मों/प्रगतिशील कृषकों का भी अभिजनक बीज उत्पादन में लिया जायेगा योगदान, यह समिति स्वीकृत हेतु प्रस्तावित प्रजातियों की उपज, चीनी रिकवरी, रोग/कीट रोधी क्षमता का करेगी अध्ययन, अभिजनक बीज की आवश्यकता, उपलब्धता एवं त्रिस्तरीय बीज उत्पादन एवं वितरण के सम्बन्ध में देगी सुझाव, पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में सामान्य प्रजाति को.0233 में उकठा एवं लाल सड़न के प्रकोप तथा कम चीनी रिकवरी के दृष्टिगत आगामी 03 वर्षों में फेस आउट करने का लिया गया निर्णय, बिना वैज्ञानिक परीक्षण के दूसरे प्रदेषों/विदेशों से लाई गई गन्ना प्रजातियों के विस्तार को किया जायेगा हतोत्साहित। सम्बन्धित का उत्तरदायित्व होगा निर्धारित। उन्होंने बताया कि प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त, श्री संजय आर0 भूसरेड्डी की अध्यक्षता में आज गन्ना किसान संस्थान, लखनऊ के सभागार में ‘‘बीज गन्ना एवं गन्ना प्रजाति स्वीकृत उप समिति’’ की बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहाँपुर द्वारा चीनी मिल प्रक्षेत्र के जोनल जातीय परीक्षणों के औसत आंकड़ों, जोकि वर्ष 2015-16 एवं 2016-17 पर आधारित हैं, ‘‘बीज गन्ना एवं गन्ना प्रजाति स्वीकृत उप समिति’’ के समक्ष प्रस्तुत किया गया। प्रस्तुत में 26 गन्ना प्रजातियों का अक्टूबर से मार्च तक पोल इन केन एवं इनकी औसत उपज एवं मानक प्रजाति के सापेक्ष प्रदर्शन आदि के आकड़े प्रस्तुत किये गये हैं। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद द्वारा यह सूचित किया गया कि 150 हे0 क्षेत्रफल में अभिजनक बीज उगाया जा रहा है। यह उपलब्धता कम पाते हुए अतिरिक्त अभिजनक बीज उत्पादन हेतु प्रस्ताव तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया। उपर्युक्त के सम्बन्ध में परीक्षण कर संस्तुति हेतु एक समिति का गठन किया गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में सामान्य प्रजाति को.0233 में उकठा एवं लाल सड़न के प्रकोप तथा कम चीनी रिकवरी के दृष्टिगत आगामी 03 वर्षों में फेस आउट करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि यह समिति उचित गन्ना प्रजाति की स्वीकृति संस्तुत करने के लिए अपनी विस्तृत रिर्पोट एक सप्ताह में प्रस्तुत करेगी। समिति प्रबन्ध निदेशक उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ की अध्यक्षता में गठित की गई है। समिति के अन्य सदस्यों में केन्द्रीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के निदेशक, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहाँपुर के निदेशक, अपर गन्ना आयुक्त (मुख्यालय), अपर गन्ना आयुक्त (शोध एवं समन्वय), 2 चीनी मिल प्रतिनिधि बिसवाँ एवं अजवापुर एवं कृषक प्रतिनिधि के तौर पर श्री आदित्यनाथ सिंह तथा श्री कल्वे हसन रहेंगे।बैठक में यह प्रकरण संज्ञान में आया कि कुछ चीनी मिल क्षेत्रों में गन्ना प्रजाति स्वीकृति समिति या प्रदेश गन्ना प्रजाति स्वीकृति समिति से इतर किसी भी प्रजाति को बढ़ावा न दिया जाये। प्रकाश में आया में आया तो सम्बन्धित चीनी मिलों के खिलाफ कार्यवाही होगी तथा अस्वीकृत गन्ना प्रजाति पर कड़ाई से रोक भी लगायी जायेगी।

No comments: