Translate

Wednesday, January 3, 2018

नव निर्मित कक्ष का परिषद सदस्य कांती सिंह ने फीता काट कर किया उद्घाटन

आज के बच्चे कल का भविष्य है-कांती सिंह

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
लालगंज रायबरेली । कस्बे के श्रीसंस्कृत विद्यालय जूनियर हाईस्कूल में नव निर्मित कक्ष का लोकापर्ण मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य श्रीमती कांती सिंह ने फीता काटकर किया। समारोह को संबोधित करते हुए श्रीमती सिंह ने कहा कि शिक्षा से ही समाज बदलता है और समाज से मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। आज के बच्चे कल का भविष्य है। उच्च गुणवत्तापरक शिक्षा ही उन्हे अपने पथ पर आगे बढाकर एक नेक इंसान बनाने में सहायक होती है।समारोह के विशिष्ट अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष रामबाबू गुप्ता ने कहा कि शिक्षा विकास की कुजी है शिक्षित व्यक्ति ही समाज का कल्याण कर सकता है। सामाजिक सरोकारो के लिये इंसान का शिक्षित होना अति आवष्यक है। शिक्षित व्यक्ति ही राष्ट्र निर्माण में सहायक होता है। समारोह के विशिष्ट अतिथि जय प्रकाश सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के पूर्व ही बैसवारे ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग मुकाम हासिल कर लिया था। इसी क्षेत्र से शिक्षित होकर वे शिक्षा विभाग के उच्च पद पर पहुंच सके है। बैसवारा क्षेत्र से शिक्षित होकर निकले बच्चे देश विदेश में नाम रोशन कर रहे है। समारोह का शुभारम्भ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण के साथ हुआ। समारोह में समिति के अध्यक्ष लाल देवेंद्र बहादुर सिंह, प्रबंधक सत्यनारायण सिंह, प्रधानाचार्य श्रीचंद्र यादव, संयोजक हरिनाम सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष प्रो0 हजारी सिंह, पूर्व नगर पचंायत अध्यक्ष सुरेश नारायण सिंह सहित अतिथियों का अंगवस्त्र व प्रतीक चिंह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें दर्जनो कवियों ने अपनी आजपूर्ण वाणी से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इस मौके पर बैसवारा इंटर कालेज के प्रधानाचार्य जय प्रकाश सिंह, पीजी कालेज के प्राचार्य प्रो0 अरूण कुमार सिंह बीटीसी प्राचार्य सुनील शुक्ला, डाॅ निरंजन राय, एमएलसी प्रतिनिधि धीरेंद्र प्रताप सिंह, रामबहादुर यादव, रवीशंकर त्रिवेदी, कुंवर बहादुर सिंह, विनय भदौरिया, अविनाश सिंह, मंगल प्रसाद यादव बासुदेव सिंह, एसके अस्थाना, अंजनी कुमार सिंह, एपी सिंह, सतीस सिंह, अवनेंद्र सिंह, विनय भदौरिया, आशीष प्रताप सिंह, एमडी सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

No comments: