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Friday, July 14, 2017

अस्पताल में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर , वही प्रशासन मौनी अमावस्या की तरह  मौन

अस्पताल में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर , वही प्रशासन मौनी अमावस्या की तरह  मौन

ब्यूरो रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

शाहजहाँपुर।। जनपद के सरकारी जिला  अस्पताल में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर , वही प्रशासन मौनी अमावस्या की तरह  मौन बताते चले भ्रष्टाचार का आलम यह है कि ड्यूटी पर पुलिस कर्मी शराब पीकर मरीजो के साथ अभद्रता का खुला तांडव करते है उनका विरोद्ध करने पर मार पीट जैसे संगीन कृत्य करने को आमादा हो जाते है ड्यूटी पर शराबी सिपाही से जब मेडिकल कराने की बात कही तो वहाँ उसके साहियोगी सिपाही द्वारा उसको वहाँ से एक दो तीन कर दिया गया जिस बाबत चौकी इंचार्ज से शिकायत करना चाह तो चौकी इंचार्ज भी मिले नदारद वही दूसरी ओर जिला अस्पताल में पर्चा बनने वाले काउंटर पर 2 लोगो की ड्यूटी मोहित व कमलेश की लगी थी परन्तु कांउटर पर 5- 6 बहार के लोग बैठे थे जो पर्चा  बना रहे थे तथा गंभीर तत्व यह कि सरकार की तरफ से एक रुपये का बनने वाला पर्चा बाहरी लोगो द्वारा पांच रुपये में बनाया जा रहा जिस बाबत अस्पताल में मरीजो से जानकारी ली तो पीड़ित मरीज ने बताया कि 5 रूपये लेकर पर्चा बनाया गया उसके बाद से लाइन में लगे है परंतु लगभग 11:30 का टाइम होने के बाद भी डॉक्टर साहब का चैम्बर खाली । कब आयेंगे, कौन देखेगा कुछ पता नही ।पूरी घटना चक्र का खुलासा तब हुआ जब एक संवाददाता ने खुद पर्चा बनबाया तो दूध का दूध पानी का पानी हो गया वही अस्पताल के ही कुछ तथाकथित कर्मचारियों का कहना है कि पुलिस कर्मी रोज अभद्रता करते है और रंगदारी करते है। उधर वार्डन का कहना है (जो ड्यूटी लगती है उनका ) कि उन्होंने कमलेश और मोहित की ड्यूटी लगाई है बाकि कौन है मुझे नही पता सीएमएस की गैर मौजूदगी में  डॉक्टर ए के सिंह से बात करना चाहिए तो बात करने से कतराते हुए नजर आए ।

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