Translate

Friday, July 7, 2017

भारत देश हर क्षेत्र में विश्व का गुरू रहा है। जो ज्ञान भारत से मिलता है वह कहीं से भी नहीं मिलता

भारत देश हर क्षेत्र में विश्व का गुरू रहा है। जो ज्ञान भारत से मिलता है वह कहीं से भी नहीं मिलता 

अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन कैन्ट क्षेत्र में वन विभाग द्वारा आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें मा0 जनपद प्रभारी मंत्री/मा0 मंत्री दुग्ध विकास, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ, हज, उ0प्र0 श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी जी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए अशोक का वृक्ष लगाते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।इस अवसर पर स्कूली बच्चों और उपस्थित लोगों को वृक्षारोपण तथा पर्यावरण सुरक्षा हेतु मा0 मंत्री जी द्वारा शपथ दिलाई कि भारत मेरा देश है मैं वन मित्र बनकर पर्यावरण की रक्षा करूंगा। अपने वन वृक्ष, सम्पदा, जल एवं मृदा के सजग प्रहरी के रूप में मैं सदैव इनकी रक्षा करूँगा। मैं अधिक से अधिक पौधे रोपित कर धरती को हरा-भरा बनाऊँगा। मैं रोपित पौधों का सिंचन व सुरक्षा करूँगा। वृक्षों को नहीं काटँूगा एवं वृक्ष संवर्द्धन के लिए सदैव तत्पर रहूँगा। मैं प्रतिदिन विद्यालय जाऊँगा। मैं घर विद्यालय व अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखूँगा। प्रभारी मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी जी ने कहा कि आज विश्व में पर्यावरण संतुलन करने की बात उठाई जा रही है। पर्यावरण संतुलन तभी सही होगा जब वृक्षारोपण करके धरती को हरा-भरा करेंगे। हमारे बुर्जगों ने पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के लिए बहुत बड़ा ज्ञान दिया है। प्रकृति के विषय में हमारे वेदों में जितनी बातें लिखी गयी हैं वह विश्व के किसी भी किताब में नहीं लिखा गया है। भारत देश हर क्षेत्र में विश्व का गुरू रहा है। जो ज्ञान भारत से मिलता है वह कहीं से भी नहीं मिलता। मा0 मंत्री जी ने कहा कि भारत देश के हर गांव के चैपाल पर नीम या पीपल का पेड़ अवश्य रहा है और आज वैज्ञानिकों द्वारा यह सिद्ध किया गया है कि नीम का पेड़ सबसे अधिक रोग प्रतिरोधक एवं औषधीय है वहीं पीपल का पेड़ सबसे अधिक कार्बनडाई आक्साइड गैस को खत्म करते हुए अधिक आक्सीजन देने वाला वृक्ष है। मा0 मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी जी ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन, वन्य जन्तु के लिए हवा देते हैं। वृक्षों से हमारी दैनिक आवश्यकताएं पूर्ण होती हैं। हमारी धरती का श्रंगार वृक्ष हैं। धरती की हरीतिमा वृक्षों से ही है। हमारे पुरखों ने वृक्षों को धर्म से जोड़ दिया क्योंकि इससे हवा और हमारा पर्यावरण शुद्ध होता है। वृक्ष परोपकार के कार्य करते हैं। हम उनसे फल और आवश्यक लकड़ियां लेते हैं। इसीलिए विश्व के सभी धर्मों में वृक्ष की महत्ता बताई गयी है। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने जो वृक्षारोपण का नारा दिया है उसमें हम सभी सहभागिता निभाते हुए वृक्षारोपण अवश्य करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सिंह ने मा0 मंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि आज हमारे देश की मांग है कि हमने जो वृक्ष कांट दिये हैं। उनकी भरपाई करें। यह भरपाई तभी होगी जब अधिक से अधिक वृक्ष लगाये जायें। उन्होंने कहा कि जिले में लाखों की संख्या में वृक्षारोपण किया जा रहा है। हर स्कूल, ग्राम सभा, सड़कों के किनारे, सार्वजनिक भूमि पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराया जा रहा है। स्कूल, कालेजों, ग्राम पंचायतों में वन महोत्सव मनाते हुए लोगों को जाग्रत करते हुए वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकीय एन0के0 सिंह ने मा0 मंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज इस कैन्ट क्षेत्र के 6 हेक्टेयर क्षेत्रफल में नीम, अशोक, बेल, पीपल, आॅवला, शीशम, सागौन, बड़हल के 6600 वृक्षों का रोपण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में पंचवटी वृक्षों के रोपण का अधिक कार्य किया गया है। उन्होंने मा0 मंत्री जी सहित समस्त विधायकों, जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त किया। वन महोत्सव में अध्यक्ष जिला पंचायत  अजय प्रताप सिंह यादव, विधायक ददरौल मानवेन्द्र सिंह, विधायक तिलहर रोशन लाल वर्मा, विधायक कटरा वीर विक्रम सिंह ‘‘प्रिन्स’’, राकेश मिश्रा अनावा, डी0पी0एस0 राठौर, वीरेन्द्र सिंह यादव आदि जनप्रतिनिधियों सहित जिलाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक के0बी0 सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जितेन्द्र कुमार शर्मा आदि अधिकारियों सहित रियान स्कूल के बच्चों, शिक्षकों ने वृक्षारोपण किया।


No comments: