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Wednesday, March 25, 2020

भ्रष्टाचार का गढ़ बना नसीराबाद थाना, पीड़ित त्रस्त पुलिस मस्त

आखिर कब होगी तानाशाह थानेदार पर कार्यवाही

न्याय की आस लेकर थाने आये पीड़ितों को नही मिल रहा न्याय

नसीराबाद रायबरेली । प्रदेश की योगी सरकार के थानों में कानून व्यवस्था में सुधार व न्याय की आस लेकर थाने आये पीड़ितो को को हर संभव न्याय दिलाये जाने को लेकर लेकर भले ही  सख्त दिशा निर्देश दे रखा है।ताकि थाने आये लोगों को त्वरित न्याय मिल सके।लेकिन ऐसा होता दिखायी नही दे रहा है।बल्कि कुछ थानेदार अपनी पुरानी मानसिकता से बाज नही आ रहें है।और थाने शिकायत लेकर आये फरियादियों के साथ अभ्रदता करने से बाज नही आ रहें है।जिससे सरकार के कानून व्यवस्था पर भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लग रहा है।ताजा मामला नसीराबाद थानेदार  रवीन्द्र सोनकर का है। जहां पीड़ित को सीएचसी में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत करना पड़ा मंहगा।जहां साहब वर्दी के रौब में पीड़़ित से की अभद्रता व झूंठे मुकदमे में फंसाने की धमकी तक दे डाली।वहीं जानकारी के बतातें चलें कि ऐसे कई मामले सामने आयें हैं।जहां कानून व्यवस्था पर दबंग हावी है।जिससे नसीराबाद थानाक्षेत्र में पुलिस पस्त व दबंग मस्त दिखायी दे रहें है।ऐसा ही एक मामला है पूरे काली पांडेय मजरे कुंवरमऊ निवासी राजेश कुमार पांडेय  का जिन्होने  उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देते हुये बताया कि  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नसीराबाद के अधीक्षकों द्वारा करोड़ों के वित्तीय घोटाले व भ्रष्टाचार किये जाने के मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी रायबरेली, जिलाधिकारी रायबरेली, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण , मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को बिभिन्न शिकायती पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने की मांग की थी।जहां कुछ दिन पूर्व सीएमओ की जांच में भ्रष्टाचार का मामला सही पाया गया और सीएचसी अधीक्षक सहित सभी को कड़ी फटकार लगाई गई़़। साथ ही लापरवाह कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया। सीएचसी में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर सीएचसी स्टाफ ने थानाध्यक्ष नसीराबाद रवीन्द्र सोनकर से सांठ-गांठ करके पीड़ित शिकायतकर्ता के विरुद्ध फर्जी तहरीर लेकर पुलिसिया उत्पीड़न शुरू कर दिया।जहां थानेदार द्वारा पीड़ित को थाना परिसर में बुलाकर फर्जी तरीके से ब्लैकमेल करके तरह तरह की धमकियां दी जा रही है। साथ ही सीएचसी नसीराबाद स्टाफ के विरुद्ध की गई सभी शिकायतों एवं आर.टी.आई. के द्वारा मांगी गई सभी सूचना सम्बन्धी आवेदन पत्रों को वापस लेने का बेजा दबाव बनाया जा रहा है।वहीं पीड़ित ने थानेदार पर आरोप लगाते हुये बताया कि ऐसा ना करने पर भद्दी भद्दी गालियां व झूंठे मुकदमें में फंसाकर जिन्दगी बर्बाद करने का आरोप लगाया।थानाध्यक्ष  के इस तानाशाह रवैए से आहत पीड़ित ने थानेदार के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक रायबरेली, जिलाधिकारी रायबरेली, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव गृह, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन से सशपथ शिकायत करके प्रकरण की जांच कराकर कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग किया है।वहीं जानकारी के बतातें चलें कि पूर्व में गदागंज थाने में तैनाती के दौरान भी विवाद में आ चुके थानेदार रवीन्द्र सोनकर।अब बड़ा यह है कि ऐसे विवादित थानेदार  थाने आये पीड़ितों के साथ क्या न्याय करेंगे यह आपमें कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है।वहीं अब ऐसे गंभीर मामले में पुलिस अधीक्षक इस तानाशाह थानेदार पर क्या कार्यवाही करेंगे यह तो आने वक्त ही बतायेगा।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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