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Monday, March 23, 2020

भारतीयों के दिल में जिंदा है आजादी के दीवाने


बिलारी,मुरादाबाद।।आज भी भारतीयों के दिल में आजादी के दीवाने जिंदा हैं "जिन्हें न तन की तमन्ना थी, न धन की। जिन्हें आज पूरा भारत नतमस्तक कर रहा है।23 मार्च 1931 को ही आज के दिन शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी पर लटका दिया था। मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीद आज भी भारतीयों के दिलों में जिंदा है। सोमवार को नगर के रेलवे स्टेशन रोड स्थित प्रेम शांति सदन में समाजसेवी विजय पाल सिंह राघव ने  देश के अमर शहीदों को  याद किया। इससे पूर्व विश्वव्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए साबुन  व डिटॉल से हाथों को साफ कर सैनिटाइज होकर वीर अमर शहीदों की स्मृति में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर समाजसेवी व प्रेम शांति इंटर कालेज के प्रधानाचार्य विजय पाल सिंह राघव ने कहा कि आज का दिन इतिहास का गौरवशाली दिन है। भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने वाले वीर अमर शहीदों का स्मरण कर उनके पद चिन्हों पर चलने का आवाहन किया। देश के 3 वीर क्रांतिकारी फांसी के फंदे को चूम कर "इंकलाब जिंदाबाद" के नारे लगाते हुए देश के लिए शहीद हो गए ।हमें उनके जीवन  से प्रेरणा लेकर देश सेवा की भावना जागृत करनी चाहिए ।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों की आत्मा शांति के लिए तथा विश्वव्यापी कोराना वायरस से ग्रसित रोगियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप किया गया।

राघवेंद्र सक्सेना बीनू ब्यूरो चीफ मुरादाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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