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Monday, September 4, 2017

शिक्षा के माफियाओं का खुला तंाडव देखने को मिल रहा वही भ्रष्टाचार में लिप्त जिला विद्यालय निरीक्षक

शिक्षा के माफियाओं का खुला तंाडव देखने को मिल रहा वही भ्रष्टाचार में लिप्त जिला विद्यालय निरीक्षक

अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
जावेद आरिफ रायबरेली ब्यूरो चीफ
रायबरेली ।। शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टचार में जिला विद्यालय निरीक्षक गिरधारी लाल कोली का नाम सुखियों में बना रहता है। जिलाविद्यालय निरीक्षक द्वारा परीक्षा केन्द्र निर्धारण पर प्रधानाध्यापकों को लगाकर उनसे फर्जी आख्या लगावा करके आस्थाई सेन्टरों के लिए अभी से खेल खेला जा रहा है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार यह भी संज्ञान में आया है कि बोर्ड के स्थाई सेन्टर बनाने के लिए प्रति विद्यालय से दो से तीन लाख रूपयें मांगा जा रहा है। इसी तरह प्राइवेट सेन्टर बनायें जाने के नाम पर एक से डेढ लाख रूपयें लिए गये है। सूबे के मुख्य मंत्री लाख दावे करे कि भ्रष्टाचार पर अकुंष लगाया जा रहा है लेकिन उनके इस दावे की हवा निकाल रहे है रायबरेली में तैनात जिला विद्यालय निरीक्षक गिरधारी लाल कोली, जो कि अपने कामों की वजह से हमेषा चर्चा में बने रहते है। वहीं जिलाधिकारी अभय सिंह द्वारा इनका वेतन रोक कर इनकों संख्त हिदायत दी गई थी लेकिन फिर भी जिलाविद्यालय निरीक्षक अपने काम करने के तरीकों में कोई बदलाव नहीं कर रहे है। वहीं नाम न छापने की शर्त पर ज्यादातर विद्यालय के संचालकों का कहना है कि कोई भी काम बगैर मोटी रकम के नहीं किया जाता है। चाहे वह विद्यालय की मान्यता का मामला हो या फिर सेन्टर बनाने का मामला हो हर काम में उनके द्वारा हस्ताक्षेप किया जाता है। वहीं अगर की विद्यालय के संचालक द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो फिर उस विद्यालय की मान्यता रद् कर दी जाती है और सेन्टर को भी निरस्त कर दिया जाता है। जिलाविद्यालय विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में तैनात बाबूओं का भी इस खेल में अहम योगदान होता है। इन्हीं बाबूओं के द्वारा विभागीय खेल खेला जाता है। वहीं सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि राजकीय विद्यालय बिरनवाॅ डीह में तैनात प्रधानाध्यापक रजनीश तिवारी कभी भी अपने तैनाती स्थल पर नहीं जाते है बल्कि जिलाविद्यालय निरीक्षक के न रहने पर यह स्वयं जिलाविद्यालय निरीक्षक बन जाते है और विद्यालय के संचालकों का शोशण करने लगते है। वहीं शिक्षक राम इकबाल बहादुर सिंह ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री सन्दभों पर गलत आख्या लगाकर भेजा गया जिसकी शिकायत हमने जिलाधिकारी से की, वहीं एनआईसी प्रबन्धक मुजतबा नकवी ने बताया कि हमारे भी सन्दर्भो में भी फर्जी आख्या लगाकर भेजा गया है जिसकी शिकायत भी जिलाधिकारी से की गई है।


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