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Thursday, September 14, 2017

सरकार के नरम रूख से खनन माफियाओ की मौज

सरकार के नरम रूख से खनन माफियाओ की मौज

मोहम्मदी-खीरी। सरकार के नरम रूख को देखकर खनन माफियाओ ने खनन का तरीका बदल कर दिन-दिहाड़े मिट्टी खनन कर ट्रक्टर-ट्रालिया दौड़ा रहे और जेसीबी से जमीन का सीना छलनी करवा रहे है। सरकार ने जरूरत मन्दो की जरूरत को देखकर उपजिलाधिकारी को दस ट्राली मिट्टी खनन की अनुमति भूमि का इन्तिखाब लेकर रोयाल्टी जमा करा कर देने के पावर दे दिये। जिसका लाभ खनन माफिया उठा रहे है। जिन्हे सत्ता पक्ष के कुछ छुट भइया नेताओ व कथित पत्रकारो का संरक्षण प्राप्त है। खनन माफिया एक ट्रैक्टर की जगह चार ट्रैक्टर चला रहे है। खनन के लिये जिस भूमि का इन्तिखाब जमा किया गया। उस जगह फसल लहलहा रही और मिट्टी गोमती तट के टीलो से खुदकर बिक रही है। खनन की अनुमति देने वाले अधिकारी यह जानने के प्रयास भी नहीं कर रहे कि जिस गाटा संख्या भूमि से खनन की अनुमति ली गयी क्या उस भूमि में खुदाई हुई या नही और वही गोमती नदी से बालू एवं उसके तट पर खड़े टीलो से मिट्टी खनन का अवैध धन्धे को वैध होने का जामा पहना कर प्रशासन की आंखो में धूल झोक कर बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। मोहम्मदी सरायं, धर्मपुर एवं नगर की लगभग दस ट्रैक्टर-ट्रालियां अब रात के अंधेरे के साथ-साथ दिन के उजाले में बेखौफ होकर चल रही है। खनन माफियाओ जिन्हे सत्ता पक्ष के नेताओ तथा कथित पत्रकारो एवं खाकी का संरक्षण प्राप्त होने के चलते बेखौफ होकर खनन किया जा रहा है।

दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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