खुल्ला छोड़ने वालो पर पाबंदिया लगाई जाये, जिससे गौमाता और गौवंशों की रक्षा हो सके
लखीमपुर खीरी। गौवंशों की रक्षा के लिए तमाम संगठनों ने कानून से बढ़कर अपना नियम बनाने की कोशिश की । हर हाल में गोवंशों की रक्षा करके गौमाता के दूध का कर्ज निभायेगे । यह सारी कवायदे गौवंश की रक्षा के लिये था कि जिन गौवंशों की रक्षा के लिये बड़े बड़े वादे दावे किये जा रहे है वही गौवंशों को अपना पेट पालने के लिये कूड़ो के ढेरों का सहारा लेंना पड़ रहा है । इनके पालक इनको सड़कों पर छुट्टा छोड़ दे रहे है । जिससे इनको अपना पेट पालने के लिये गन्दगी से भोजन निकलना पड़ रहा है। जिसका नतीजा की तमाम गौवंशों को गम्भीर बीमारियों ने जकड़ लिया है । कुछ यही हाल गायो का है जिनके पालक उनका दूध निकाल कर उनको खुल्ला छोड़ देते है जिससे वो शहर का कूड़ा करकट खाने लगती है ।नतीजा खुद संक्रमण की चपेट में आ रही है और इनके दूध का इस्तेमाल करने वाले लोग भी बीमार हो रहे है । लोगो का कहना है कि सरकार ने इनके अवैध कत्लखानो पर रोक लगा दी है परन्तु इनको खुल्ला छोड़ने वालो पर भी पाबंदिया लगाई जाये। जिससे वास्तव में गौमाता और गौवंशों की रक्षा हो सके ।
दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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