बीएसए की कार्यशैली से पांच करोड़ की योजनाओं ने तोड़ा दम
बीएसए की कार्यशैली से पांच करोड़ की योजनाओं ने तोड़ा दम
रायबरेली। विवादित कार्यशैली से चर्चा में रहे बेसिक शिक्षा अधिकारी पर सर्वशिक्षा अभियान के अधिकारियों ने योजनाओं को धूल धूसरित करने का आरोप लगाया है। इन अधिकारियों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर लगभग पांच करोड़ की योजनाओं को रोके रखने तथा 46 लाख से अधिक चेकों को हस्ताक्षर न कर कालातीत करने की जानकारी दी है। इन अधिकारियों ने जिलाधिकारी को इस बारे में लगभग 100 पृष्ठों के प्रमाण भी उपलब्ध कराये हैं। जिस पर उन्होंने पूरे मामले की जांच शासन स्तर से कराने का आश्वासन दिया है। जिले में तैनात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जीएस निरंजन काफी समय से अपनी विवादास्पद कार्यशैली के चलते चर्चा में रहे हैं। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के कार्यों में रूचि न लेने के साथ ही उन्हे आगे न बढ़ने देने के लिये हर संभव व्यवधान उत्पन्न किया। इससेे क्षुब्ध सर्वशिक्षा अभियान के वित्त एवं लेखाधिकारी व सभी जिला समन्यवकों ने पहली अप्रैल को जिलाधिकारी से मिलकर उनके इन कृत्यों की शिकायत की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी ने इन अधिकारियों से संबंधित अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा। जिसपर इन अधिकारियों ने सोमवार को जिलाधिकारी को लगभग 100 पृष्ठों के ऐसे साक्ष्य उपलब्ध करायें जिसमें विगत तीन माह में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा योजनाओं की फाइलों को या तो दबा कर रखा गया या फिर आपत्तियां लगा दी गयी। जिसके चलते सर्वशिक्षा अभियान से संबंधित कस्तूरबा गांधी विद्यालयीय कार्य, विशेष अहर्ता के बच्चों के कैंप, शिक्षकों की ट्रेनिंग, निर्माण कार्य, बच्चों की ड्रेस वितरण, बैग वितरण, शिक्षक अभिभावक बैठकों के साथ ही कंटीजंसी के कार्य पूर्ण नहीं किये जा सके। यही नहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी के अड़ियल रवैये के चलते सर्वशिक्षा अभियान के तहत सर्विस प्रोवाइडर में माध्यम से नियुक्त एमआईएम प्रभारी, लेखाकार एवं सहायक लेखाकार तथा जिला समन्वयकों का विगत आठ माह का यात्रा भत्ता, बोनस व वेतन आदि भी लटका पड़ा है। यही नहीं जिलाधिकारी को यह जानकारी भी उपलब्ध करायी गयी है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत जारी की गयी लगभग 46 लाख की चेकों पर हस्ताक्षर तक नहीं किये। जिससे संबंधित कर्मियों तक वह धनराशि नहीं पहुंच सकी। यही कारण है कि पर्याप्त धनराशि होने के बावजूद सर्वशिक्षा अभियान की कई योजनाओं को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका।
जावेद आरिफ
ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
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