मोहम्मदी -ब्लाक क्षेत्र के अन्तर्गत आॅगनबाडी केन्द्रो पर बच्चो को दिया जाने वाला पोषाहार जानवरो के मुॅह का निवाला बनकर रह गया है ।बच्चे केन्द्रो पर इन्तजार करते रहते है पर केन्द्र कब खुलेगा इसका कोई पता नही रहता है ।ज्यादातर वच्चे विघालय मे बनने वाले एम डी एम भोजन व्यवस्था मे ही सामिल हो जाते है ।केन्द्रो पर पोषाहार नही लगा मिलता है ।जानकारी करने पर जिम्मेदारो ने बताया कि चोरी के डर से पोषाहार केन्द्रो पर नही रखा जाता है ।ग्रामीणो ने बताया कि पोषाहार कब आता है कितना आता है इसका पता हम सब को नही रहता है ।केन्द्र कभी समय से नही खुलते है ।प्रधान भी ध्यान नही देते है।जनता के हितो का ध्यान रखते हुए सरकार द्वारा योजना चलाई जा रही है ।परियोजना के आलाअधिकारीयो की मनमानी के चलते योजना को ध्वस्त करने मे कोई कोर कसर नही छोडी जा रही है ।कईबार उच्चअधिकारियो को अवगत भी कराया जा चुका है पर अभीतक कोई सुधार होता दिखायी नही दे रहा है ।ऑगनवाडी केन्द्रो के निर्माण कार्य मे भी मानक की धज्जियाॅ उडाई जा रही है ।मुख्यसेविकाओ क्षेत्र पर जाने की बजाय बाल विकास परियोजना कार्यालय पर बैठी नजर आती है ।मासिक रिपोर्ट आदि मोवाइल से कालॅ करके मगाॅ ली जाती या फिर नोट कर ली जाती है ।
दिनेश सिंह सोमवंशी
ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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Thursday, April 27, 2017
बच्चो को दिया जाने वाला पोषाहार जानवरो के मुॅह का निवाला बनकर रह गया
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