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Thursday, March 23, 2017

प्रशासन की निगाह से नही बच पायेगें नकल माफिय

प्रशासन की निगाह से नही बच पायेगें नकल माफिय


डी0एम0, एस0पी0 सहित 97 मजिस्ट्रेटस परीक्षा केन्द्रो पर लगातार कर रहे है छापामारी




शाहजहाँपुर।माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडियट के आज प्रथम पाली में हो रहे हाईस्कूल के विज्ञान के पेपर की परीक्षा का जिलाधिकारी कर्ण सिंह चैहान तथा पुलिस अधीक्षक के0बी0सिंह ने तहसील कलान के जनपद की सीमावर्ती एवं दूरस्थ परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने बोर्ड की परीक्षा की सुचिता एवं नकल विहीन कराने के उद्देश्य से लगातार निरीक्षण करते हुये विभिन्न परीक्षा केन्द्रो का निरीक्षण किया गया। प्रातः 7.30 बजे मिर्जापुर के पब्लिक कन्या इण्टर कालेज में पहुंचकर विद्यालय की व्यवस्था का अवलोकन किया। आज हाईस्कूल की विज्ञान की परीक्षा होने के कारण परीक्षार्थी अधिक थे। उन्होंने पाया कि परीक्षार्थियों को बरामदे के बाहर भी बठाया गया है और आज भी उक्त विद्यालय में प्रकाश व्यवस्था नही की गई। उन्होंने प्रिसिंपल श्रीमती सरिता सिंह यादव से जब व्यवस्था करने की जानकारी की तो वह सन्तोषजनक उत्तर नही दे सकी। छात्राओं को मानक के अनुरूप नही बैठाया गया था। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने दूरस्थ क्षेत्र में बने रामपाल सिंह स्मारक इण्टर कालेज नई बस्ती भौती के परीक्षा केन्द्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि कक्ष संख्या-8, 9, 10, 11 एवं 12 में छात्रायें/छात्र जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रहे थेे। कमरो में प्रकाश/बिजली की व्यवस्था नही थी। विद्यालय की बाउन्ड्रीबाल भी नही थी। विद्यालय परीक्षा केन्द्र के मानक के अनुसार नही पाया गया। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जिन अधिकारियों द्वारा इस विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाने हेतु संस्तुति की गई है। उन सहित विद्यालय के प्रबन्धक, प्राचार्य/केन्द्र व्यवस्थापक के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। ऐसे मानक विहीन विद्यालयों में परीक्षा केन्द्र नही होने चाहिये। उन्होंने परीक्षार्थियों से जानकारी की तो पाया कि वह अगल-बगल के विद्यालयों के परीक्षार्थी है। कई परीक्षार्थी यह नही बता सके कि वह रेगुलर या प्राईवेट। जिलाधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य सर्वेश कुमार से जब व्यवस्था न होने की जानकारी की तो वह कोई सन्तोषजनक उत्तर नही दिये। उक्त विद्यालय के प्रबन्धक देवेन्द्र सिंह यादव बताया गया।दूरस्थ क्षेत्र में बने परीक्षा केन्द्र ब्रजपाल सिंह इण्टर कालेज हरिहरपुर के परीक्षा केन्द्र पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पहुंचकर पाया कि गत दिवस जिन छात्राओं एवं उनके अभिभावको ने शिकायत की थी। वह वास्तव में सही थी। विद्यालय दूरस्थ कच्ची व खण्ड़जा बिछी सड़क से जाने वाले मार्ग पर खेत में बना था। जिसमें आज 739 छात्र-छात्रायें परीक्षा दे रहे थे। कक्ष संख्या-10,11, 12 में छात्र जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे और ऊपर के छत पर जो तीन फिट ईट की दीवार से छत को अलग-अलग कर कक्षो का रूप दिया गया था। वह सभी छात्राये ऊपर छत पर खुली धूप में परीक्षा दे रही थी। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने अपने सामने इस स्थिति को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने धूप से बचने के लिये केन्द्र व्यवस्थापक द्वारा कोई उपाय न करने पर कड़ी फटकार लगाते हुये वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा ऐसे परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा नही होगी। उन्होंने परीक्षा केन्द्र को डीवार करने के निर्देश दिये। उक्त विद्यालय में प्राईमरी विद्यालयों के कई शिक्षको की ड्यूटी लगी थी तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे। उक्त अधिकारियों/कार्मिको द्वारा परीक्षा केन्द्र की अव्यवस्था एवं छात्राओं की परेशानी के विषय में जिला प्रशासन को न बताने पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देश दिये कि ऐसे गैर जिम्मेदार कार्मिको के विरूद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी। अपने निरीक्षण के दौरान उक्त दोनो अधिकारियों ने रामनिवास सिंह उच्चर माध्यमिक विद्यालय परौर का निरीक्षण किया। जिसमें पाया कि हाईस्कूल की हो रही परीक्षा में कई कमरो में प्रकाश व्यवस्था नही है। कक्षों में प्लास्टर भी नही था। राजा अजय कुमार सिंह इण्टर कालेज परौर के निरीक्षण में पाया कि हाईस्कूल की 260 परीक्षार्थियों में 201, इण्टर में 160 में 128 परीक्षार्थी उपस्थित रहें। विद्यालय में परीक्षा सामान्य रूप होती हुई पाई। जिले के दूरस्थ एवं सीमावर्ती क्षेत्र में बने परीक्षा केन्द्र श्री लालाराम इण्टर कालेज रंजीतनगला में कच्चे जर्जर रास्तो से होते हुये जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने उक्त विद्यालय में पहुंचकर परीक्षा केन्द्र आकस्मिक निरीक्षण किया। परीक्षा केन्द्र पर तहसीलदार कलान स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त थे । उन्होंने पाया कि एक बेंच पर तीन-तीन छात्रायें बैठकर परीक्षा दे रही थी। कक्ष संख्या-1, 2, 3 में कुर्सी थी किन्तु मेज नही थी। कक्षों में प्लास्त्टर नही और नही बिजली की व्यवस्था थी। विद्यालय खेत के बीच में बना था। आने-जाने का कच्चा रास्ता के अलावा कोई रास्ता नही था। जिलाधिकारी ने तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी कलान पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि इस तरह के विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाने के लिये जिसके द्वारा भी संस्तुति की गई होगी उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने केन्द्र व्यवस्थापक पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। कक्ष  संख्या-8 में छत नही थी और विद्यालय गन्दगी पाई गई।परीक्षा के दौरान पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्षों को निर्देश दिये कि जब तक परीक्षा चले तब तक उपस्थित रहकर शान्ति व्यवस्था बनाये रखे उन्होंने थानाध्यक्षों को यह भी निर्देश दिये कि जिन-जिन विद्यालयों में जमीन पर बैठकर और छत पर बैठकर छात्र-छात्रायें परीक्षा दे रहे हैं उसकी रिर्पोट बनवाकर भिजवायें।

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