मोहम्मदी ,-अभी तक गेहूँ की कटाई करने के बाद किसान जल्दी खेत खाली कर अन्य फसल बोने के लिऐ नरयी को आग के हवाले कर देते थे जिसमे हर साल अनेको आग की धटनाऐ सामने आयी और काफी फसलों का नुकसान हुआ उसी को ध्यान मे रखते हुऐ तहसीलदार रमेश मौर्य ने बताया कि किसानों द्वारा कंबाइन मशीन से गेहूं की फसल कटवाई जा रही है परंतु उसके बाद नरई को फूकने पर अब एक शासनादेश के अनुसार उस किसान पर शिकायत मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कारवाई की जाएगी वही नरयी फूकने से आसपास के खेतों या अन्य नुकसान पर उसकी भरपाई उस व्यक्ति से की जाएगी जिसने अपने खेत में नरई को जलाया है तहसीलदार रमेश मौर्य ने बताया कि शासन यह चाहता है कि किसान अपने खेत की नरयी को खाद बनाने मे प्रयोग करे खेत मे नरयी न जलाऐ नही तो कार्य वाही की जाऐगी इसके लिए कृषि विभाग से नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है तथा विभाग के कर्मचारियों को इस शासनादेश के बारे में अवगत कराया गया है कि कोई भी किसान खेत में नरयी को आग के हवाले ना करें ।
दिनेश सिंह सोमवंशी
ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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Sunday, April 9, 2017
गेहूं की फसल कटवाई जा रही है परंतु उसके बाद नरई को फूकने पर ,शासनादेश के अनुसार उस किसान पर शिकायत मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कारवाई की जाएगी
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