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Monday, April 10, 2017

समस्याओ के निदान हेतु गाॅव मे ही एक सचिवालय हो

मोहम्मदी खीरी -छुट पुट समस्याओ के निदान हेतु गाॅव मे ही एक सचिवालय हो,जहाॅ उनका स्थानीय स्तर पर ही निस्तारण हो सके ।यह सपना संजोकर पंचायतीराज विभाग ने पंचायत स्तर पर पर यह भवन वनवाकर उच्चव्यवस्था हेतु लाखो रूपये का धन भी खर्च किया था लेकिन सही ढंग से प्रयोग व देख रेख का उचित प्रबन्धन न होने के कारण यह भवन का  दुर्पयोग किया जा रहा है ।जिसके चलते इन्हे निजी रूप से प्रयोग किया जाने लगा है ।ऐसे हालातो मे कही तो कण्डे भरे है तो कही पशुओ का आशियाना वना हुआ है ।पंचायत स्तर पर सचिवालय वनाए जाने के पीछे पंचायती राज की मंशा थी कि ग्राम पंचायत स्तर पर एक सचिवालय होगा जहाॅ प्राधान समेत पंचायत सदस्य व सचिव एक साथ बैककर ग्राम पंचायत के विकास की योजनाए तैयार करेगे और पंचायत सदस्यो की राय सहमति से नवीन प्रस्ताव वनाकर जिम्मेदारो से ग्राम पंचायतो की विभिन्न समस्याओ से अवगत भी कराएगे ।यही नही गाॅव के विकास कार्यो को अमली जामा पहनाने का काम पूरा किया जायेगा । जिम्मेदारो की अनदेखी के चलते व्लाक क्षेत्र के अधिकतर पंचायत घरो पर गाॅव के ही लोगो का कब्जा वना हुआ है ।जानवरो के वाॅधने से लेकर दर्जनो कार्यो मे उपयोग किया जा रहा है ।ग्राम पंचायत भोगियापुर ,सिसियर,,वलमिया वडखर, राजापुरवैनी आदि गाॅवो मे सचिवालय की दशा दयनीय वनी हुई है ।ग्रामीणो का कहना है कि सचिवालय को साफ सुतरा होना चाहिए ताकि बैठक आदि के समय इसका लाभ ग्रामीण जनता को मिल सके ।ज्यादातर ग्रामीणो ने बताया कि ग्रामपंचायत मे खुली बैठक कब होती है कहाॅ होती है ? इसका पता हम ग्रामीणो को नही चल पाता है , पर कागजो पर बैठक संम्पन्न कर ली जाती है यही बात है जिसकी बजह से हम लोगो सरकारी योजनाओ की जानकारी नही हो पाती है ।यह भी जाॅच का विषय हो सकता है ।शौचालय और आवास व पेंशन आदि की जानकारी भी हम ग्रामीणो को नही मिल पाती है जिसके चलते इनके चयन प्रक्रिया मे भी जमकर मनमानी प्रधान व सचिव द्वारा की जाती है ।
दिनेश सिंह सोमवंशी
ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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