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Tuesday, February 28, 2017

जीजा ने ही सम्पत्ति के लालच मे दोस्त के साथ मिलकर की थी साले की हत्या

जीजा ने ही सम्पत्ति के लालच मे दोस्त के साथ मिलकर की थी साले की हत्या

 





 थाना मदनापुर क्षेत्र के ग्राम ककरौआ मे नहर पुलिया के पास झाडियों के किनारे 01 युवक का षव बरामद हुआ, मृतक की पहचान नीरज पुत्र हरनाथ ंिसह नि0 ग्राम ककरौआ थाना मदनापुर जनपद षाहजहाॅपुर के रूप मे हुई। मृतक की माता श्रीमती सोमवती पत्नी स्व0 हरनाथ की तहरीर पर ग्राम ककरौआ के ही 04 व्यक्तियों कौषल, मदनपाल, मुकेष, अनूप के विरूद्व हत्या का मुकदमा थाना मदनापुर पर मु0अ0सं0 671/16 धारा 302 भादवि पंजीकृत कर मदनापुर पुलिस द्वारा विवेचना प्रारम्भ की गयी। विवेचना के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि मृतक के पिता की वर्श 2014 मे टैक्ट्रर से एक्सीडेंट मे मृत्यु हो गयी थी जिसको कौषल पुत्र रामकुमार चला रहा था जिसके सम्बन्ध मे थाना मदनापुर पर मु0अ0स0 48/14 धारा 279/304ए भादवि बनाम कौषल कुमार पंजीकृत है। मृतक उक्त अभियोग मे वादी था। जिसके कारण कौषल उपरोक्त के परिवारजन मृतक से रंजिष रखते है तथा इसी कारण मृतक नीरज की माता श्रीमती सोमवती द्वारा अपने पुत्र की हत्या के सम्बन्ध मे कौषल उपरोक्त तथा 03 अन्य व्यक्तियों के विरूद्व नामजद अभियोग पंजीकृत कराया है। पुलिस द्वारा की गयी तमामी विवेचना, साक्ष्य व सर्विलांस की मदद के आधार पर विवेचना करते हुए स्थानीय लोगो से जानकारी प्राप्त हुई कि षव बरामद होने वाले दिन सुवह के समय एक चपटी नाक वाला व्यक्ति षव बरामद होने के स्थान पर घूमता हुआ देखा गया था जो क्षेत्रीय नही लग रहा था। मृतक नीरज के सगे बहनोई अमित कुमार पुत्र धारम ंिसह नि0 ग्राम ककरहा थाना जलालाबाद जनपद षाहजहाॅपुर व उसके दोस्त जीषान खां पुत्र मतलूम खां नि0 मो0 गौसनगर कस्वा व थाना जलालाबाद से पूछताछ की गयी तो अमित कुमार ने बताया कि मृतक नीरज उसका साला था व षराब पीने का आदि था षराब पीकर अपनी मां एवं मेरी पत्नी को परेषान करता था। मेरा परिवार बडा होना के कारण मेरी पत्नी को परेषानी हो रही थी वो चाहती थी कि मै उसके साथ उसके मायके जाकर रहूं। परन्तु अपने साले(मृतक नीरज) की आदत के चलते ऐसा हो पाना सम्भव नही था। इसलिये मैने अपने दोस्त जीषान के साथ मिलकर अपने साले नीरज को रास्ते से हटाने की ठानकर उसकी हत्या की योजना बनायी, इससे मुझे दो फायदे होते मै अपनी पत्नी के साथ अपनी ससुराल मे रह सकता था तथा मेरे साला नीरज सम्पत्ति का इकलौता वारिस था जिसकी मृत्यु के बाद उसकी सारी सम्पत्ति मेरी पत्नी तथा मेरे नाम हो जाती। 14 फरवरी को नीरज सावन के महीने मे तीज का सामान लेकर मेरे घर आया। 15फरवरी को मेरे घर रहा तथा दिनंाक 16.08.16 को प्रातः 08.00 बजे मेरे साथ मेरी गाडी मैजिक नं0 यू0पी0 27 टी 6949 पर बैठकर अपने घर के लिये चल दिया। मैने नीरज को पूरे दिन षराब पिलायी तथा गाडी मे घूमाता रहा। षाम के समय जलालाबाद मे सरैया मोड से आगे गैस गोदाम के पहले गाडी खडी करके मैने अपने दोस्त जीषान खां को बुलाया। फिर हम तीनों ने मिलकर षराब पी, हम दोनो ने हल्की पी तथा नीरज को ज्यादा पिलायी। इसी बीच मैने नीरज से उसके चचेरे भाई अर्जुन को फोन करवाया और कहलवा दिया कि वह मदनापुर आ चुका है थोडी देर मे घर आ जायेगा। इसके बाद नीरज षराब पीकर बेहोष हो गया। उसके बाद मैने तथा जीषान ने गर्दन दबाकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद दोनो लोग गाडी से उसकी लाष को उसी के गांव स्थित नहर पुलिया के पास झाडियों के किनारे लाष को जल्दी से छिपा दिया और गाडी लेकर चले गये परन्तु लाष को छिपाते समय गाडी चार्ज करने का चार्जर वहीं पर गिर गया। षव बरामद होने के स्थान पर लाष बरामदगी लोगो ने वहां एक चपटी नाक वाले व्यक्ति को वहां देखा था वो चपटी नाक वाला व्यक्ति जीषान ही था जो गाडी का चार्जर को लेने वहां गया था जिसको वहां कई लोगों ने देखा था। लाष को इन लोगो ने ग्राम ककरौआ के किनारे इसलिये डाल दिया ताकि हत्या का षक इनके गांव वालों पर हो क्याकि मै जानता था कि नीरज की गांव के कई लोगों से अपने पिता की मृत्यु को लेकर रंजिष चल रही थी। उपरोक्त अमित तथा जीषान हत्या के प्रकाष मे आने से ही फरार चल रहे थे उक्त दोनो को कल दिनांक 27.02.2017 को षाम को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके द्वारा जुर्म का इकबाल किया गया है। इनकी निषानदेही पर जीषान के घर से मृतक नीरज का बैग तथा उसमे रखी राखियाॅं पुलिस द्वारा बरामद कर घटना का सफल अनावरण करते अभियुक्तों का चालान कर दिया गया है। इस प्रकार थाना मदनापुर पुलिस द्वारा रिष्तों को तार-तार करने वाले इस प्रकरण का रहस्योद्घाटन किया गया। थाना मदनापुर पुलिस द्वारा दोशियों को गिरफ्तार कर निदोर्शो को बचाया गया है जिसकी आमजन द्वारा भूरि-भूरि प्रषंसा की गयी है।


 


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