स्वास्थ्य विभाग की टूटी कमर, 102 व 108 एम्बुलेंसों को नहीं मिल पा रहा है कम्पनी से डीजल
एम्बुलेंस चालको को भी नहीं मिल रहा है तीन माह से वेतन, चालक परेशान
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्रजावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेंली
रायबरेली। स्वास्थ्य विभाग में दर्जनो की संख्या में खड़ी 102 व 108 एम्बुलेंसों पर यदि गौर करे तो यह अखिलेश सरकार की योजनाओं में से एक थी। जिसमे मरीजो को बेहतर, इलाज के लिए जल्द हास्पिटल पहुचाने की व्यवस्था की गई थी। और कही न कही लोगो को इसकी सुविधा भी भरपूर मिल रही थी। लेकिन इस समय ये एम्बुलेंस सिर्फ और सिर्फ अस्पतालों में षो पीस की तरह खड़ी रहती है। क्योकि इन गाडियों में डीजल नहीं रहता है। इसका काम जीवीएम कंपनी को दिया गया था पर आज यह व्यवस्था कही न कही कंपनियों की लापरवाही से खुद बीमार हो गई है। दरअसल बीते तीन दिनों से एम्बुलेंसों में डीजल ही उपलब्ध नही हो पा रही है। जिसकी वजह से ये एम्बुलेंस अब खड़ी हो गई है। इस पूरे मामले में एम्बुलेंस के चालकों व ईएमटी से बात की गई तो उनका कहना है की डीजल न होने की वजह से हम लोग एम्बुलेंस की सुविधाएं लोगों को नही दे पा रहे है। जिस कारण यह एम्बुलेस अब ज्यादातर खड़ी ही रहती है क्योंकि न तो कम्पन्नी डीजल देती है और न ही डीजल भराने का कम्पनी से कोई पैसा मिलता है। यही नही उन लोगों का यह भी कहना है की कंपनी बीते तीन माह से उनका वेतन भी नही दे रही है। और वह गैर जनपद के रहने वाले है यहां इनका कोई जान पहचान का नही है फिर भी किसी तरह उधार लेकर ये लोग जीवन यापन कर रहे है, कि शायद शासन प्रशासन सुन ले और यह एम्बुलेस सेवा पहले जैसी सुचारू रूप से चलने लगे।
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